Mission 2024: 5 “M “फार्मूला से MODI ने साधी लोकसभा की राह…

PM मोदी का 5 "M " फार्मूला-

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Loksabha 2024: देश में आगामी होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा पूरी तरह से एक्शन मोड में है. यही कारण है कि भाजपा किसी भी तरह से कोई मौका जाने देना नहीं चाहती है. भाजपा का उच्च नेतृत्व गहन मंथन के बाद जातीय और क्षेत्रीय समीकरण को साधने के लिए पूरी तरह से काम कर रहा है . यही कारण है कि पार्टी बिना कुछ सोचे चिल्लर की तरह भारत रत्न देने का ऐलान करती जा रही है.

भाजपा ने दिए एक साल में पांच भारत रत्न-

आपको बता दें कि भाजपा अब देश में एक ऐसी पार्टी बन गई है जिसने अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा भारत रत्न देने का एलान किया है. लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की ओर से वर्ष 2024 में पांच भारत रत्न का ऐलान किया गया है. इसमें आज घोषित किए गए तीन नाम के अलावा मशहूर समाजवादी नेता जननायक कर्पूरी ठाकुर और भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक लालकृष्ण आडवाणी का नाम शामिल हो चुका है.

PM मोदी का 5 “M ” फार्मूला-

आपको बता दें कि लोकसभा में किसी भी स्थिति में जीत हासिल करने के लिए पीएम मोदी ने 5 “M” फार्मूला तय किया और सभी को भारत रत्न से नवाज दिया.

जानें क्या है भाजपा का 5 “M ” फार्मूला-

आपको बता दें कि भाजपा 5 “M ” फॉर्मूला का मतलब है- मंडल. मंदिर, मार्केट, मिलेट्स और मंडी.
पार्टी ने इस फॉर्मूले के तहत मंडल कमीशन, राम मंदिर, बाजार, MSP और वैज्ञानिक क्षेत्रों को साधने का काम कर लिया है.

कर्पूरी ठाकुर- आपको बता दें कि कर्पूरी ठाकुर ने ढेड़ दशक पहले OBC को बिहार में 26 फीसद आरक्षण दिलाने का काम किया था. इसे देश में पहली बार बिहार में लागू किया गया.

आडवाणी– लालकृष्ण आडवाणी राममंदिर के मुख्य पुरोधा रहे थे . उन्होंने रथ यात्रा निकल कर मंदिर आंदोलन को धार दी थी. यही कारण है कि आज अयोध्या में राम मंदिर बन चुका है और पार्टी ने उन्हें इस कार्य के लिए भारत रत्न देने की इच्छा जाहिर की.

पीवी नरसिम्हा राव- पीवी नरसिम्हा राव को देश में राजनेताओं के अलावा हर वो छात्र जानता है जिसने अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है और आर्थिक गतिविधियों का शोध करता है. उन्हें आर्थिक सुधारक के तौर पर जाना जाता है. उन्होंने भारत के आर्थिक सुधार के लिए लाइसेंस राज का खात्मा किया था.

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चौधरी चरण सिंह– देश में चौ. चरण सिंह को किसानों और गरीबों का मसीहा माना जाता है. उन्होंने किसानों की राजनीति से लेकर देश के सबसे शक्तिशाली प्रधानमंत्री पद पर आसीन होकर इतिहास रच दिया.

स्वामीनाथन– उत्तर भारत में एम. एस स्वामीनाथन एक भारतीय आनुवंशिकीविद् हैं. उन्हें भारत में हरित क्रांति के जनक के रूप में जाना जाता है. ‘स्वामीनाथन रिपोर्ट’ कृषि क्षेत्र में संकट के कारणों का आकलन प्रस्तुत करती है. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) इस रिपोर्ट की सिफारिशों में से एक है. इसके अनुसार MSP औसत उत्पादन लागत से कम से कम 50% अधिक होना चाहिये, यह आज भी पूरे भारत में कृषि संघों की प्राथमिक मांग है.

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