रामनवमी 2024:पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी देखा प्रभु राम का सूर्य तिलक, साझा की तस्वीरें
राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी का अवसर है. इस मौके पर आज अयोध्या के राम मंदिर में रामलला का सूर्य तिलक किया गया. यह अद्भुत अवसर था. शीशे और लेंस से युक्त एक विस्तृत सिस्टम की मदद से यह प्रक्रिया संपन्न कराई गई. इस सिस्टम के द्वारा सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक तक पहुंची. रामनवमी के मौके पर लाखों श्रद्धालुओं ने इस अद्भुत दृश्य को देखा. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अद्भुत क्षण के वीडियो को अपने टैब के माध्यम से देखा. यह वीडियो देखकर वे श्रद्धा से भावविभोर नजर आए.
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बिना जूता पहने देखा वीडियो
नलबाड़ी की सभा के बाद मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के अद्भुत और अप्रतिम क्षण को देखने का सौभाग्य मिला। श्रीराम जन्मभूमि का ये बहुप्रतीक्षित क्षण हर किसी के लिए परमानंद का क्षण है। ये सूर्य तिलक, विकसित भारत के हर संकल्प को अपनी दिव्य ऊर्जा से इसी तरह प्रकाशित करेगा। pic.twitter.com/QS3OZ2Bag6
— Narendra Modi (@narendramodi) April 17, 2024
बुधवार को प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार के सिलसिले में असम के नलबारी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. वहीं अपने संबोधन में लोगों से इस अद्भुत क्षण का गवाह बनने की अपील भी की. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान लोगों से उनके मोबाइल की फ्लैश लाइट जलवाई और जय श्रीराम के नारे लगवाए. पीएम मोदी ने कहा कि लोग इस अद्भुत क्षण के साक्षी बनें. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हेलिकॉप्टर में बैठकर पूरी श्रद्धा के साथ ‘सूर्य तिलक’ के वीडियो को टैब पर देखा.
इस वीडियो को देखने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जूते उतार दिए थे. वहीं पूरी श्रद्धा के साथ सूर्य तिलक के अद्भुत पल के साक्षी बने. पीएम मोदी इस दौरान हृदय पर हाथ रखकर भगवान राम को नमन करते भी नजर आ रहे हैं. पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और इंस्टाग्राम पर भी दो फोटोस शेयर की हैं. कैप्शन में लिखा कि नलबाड़ी की सभा के बाद मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के अद्भुत और अप्रतिम क्षण को देखने का सौभाग्य मिला. श्रीराम जन्मभूमि का यह बहुप्रतीक्षित क्षण हर किसी के लिए परमानंद का क्षण है. यह सूर्य तिलक, विकसित भारत के हर संकल्प को अपनी दिव्य ऊर्जा से इसी तरह प्रकाशित करेगा.
रामनवमी के अवसर पर हर वर्ष किया जाएगा सूर्य तिलक
सूर्य तिलक की प्रक्रिया लगभग चार-पांच मिनट तक चली. यह वह घड़ी थी जब सूर्य की किरणें सीधे राम लला की मूर्ति के माथे पर केंद्रित थीं. सूर्य तिलक परियोजना का मूल उद्देश्य रामनवमी के दिन श्री राम की मूर्ति के मस्तक पर एक तिलक लगाना है. हर साल चैत्र माह में श्री रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी से तिलक किया जाएगा.