आखिर किस मजबूरी के चलते पीएम मोदी के खिलाफ हो गए सीएम योगी ?

डीपफेक में पीएम मोदी के खिलाफ बोले योगी, आरोपी गिरफ्तार ....

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तकनीक जगत में डीपफेक एक बड़ी समस्या को रूप लेता जा रहा है. इसमें किसी की शक्ल किसी पर लगाकर कुछ भी वायरल किया जा रहा है. अब तक सिनेमा जगत से लेकर खेल और राजनीति की कई सारी हस्तियां इस डीपफेक का शिकार हो चुकी हैं. वहीं इसी कड़ी में देश में चल रहे चुनावी दौर के दौरान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी डीपफेक का शिकार बनाया गया है, इसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. इस मामले में यूपी पुलिस ने तत्कार कार्रवाई करते हुए वीडियो साझा करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

आपको बता दें कि, सीएम योगी का डीपफेक सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसटीएफ ने सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने में रेहड़ी-पटरी संचालक वेलफेयर एसोसिएशन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष श्याम किशोर गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिसके जरिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फेक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया गया था. आरोपी श्याम किशोर गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. एसटीएफ नोएडा के उपनिरीक्षक दीपक कुमार ने साइबर क्राइम थाने को शिकायत दी कि, एक मई की सुबह 9.34 बजे एक्स से एक डीपफेक वीडियो अपलोड किया गया है, जिसमें इस बात का दावा किया जा रहा था कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आ गए हैं.

डीरफेक में पीएम के खिलाफ योगी ने उगला जहर

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सीएम योगी के डीपफेक वीडियो में सीएम योगी पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगलते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं बल्कि वे वीडियो के अंत में भाजपा हटाओ और देश बचाओं का नारा भी देते नजर आ रहे हैं. एक्स पर जारी किए गए इस डीपफेक वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि, मोदी जी के खिलाफ तो योगी जी भी आ गये मैदान में वो भी बोल रहे पुलवामा के शहीद वीर जवानों की पत्नियों का मगलसूत्र कहां गया.क्या यह वीडियो सही है अगर सही है तो जनता अंधभक्त है. इस पोस्ट के री- पोस्ट पर पांच लाइक के साथ खबर लिखे जाने तक 4,855 व्यूज आ चुके हैं.

 

यूजर्स ने की आरोपी की गिरफ्तारी की मांग

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सीएम योगी के डीपफेक वीडियो पर यूजर्स का गुस्सा फूटा है, ऐसे में एक यूजर ने लिखा है कि, ”क्या इस ट्वीट पर गिरफ्तारी बनती है? एक बार के लिए इसे फेक मान लें तो जिसने इसे बनाया उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. वही एक और यूजर ने लिखा है कि, ”सीएम का एआई जनरेटेड एक डीप फेक वीडियो वायरल कर जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन उसे पता नहीं कि लाल टोपी गुंडे वाली पार्टी नहीं है. अब उसका क्या होगा ये वहीं जानते हैं भ्रम फैलाने वाले सावधान रहें, सतर्क रहें वरना …..”

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आरोपी के खिलाफ साइबर थाने में मामला दर्ज

साइबर क्राइम थाने ने आईपीसी की धारा-468 (धोखाधड़ी के प्रयोजन के लिए इलेक्ट्रॉनिक रिकार्ड का उपयोग), आईपीसी की धारा-505 (2) (वर्गों में शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम की धारा-66 (इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक, उत्तेजक या भावनाएं भड़काने वाली सामग्री डालने की धाराओं में मामला दर्ज किया है.

 

 

 

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