लॉकडाउन में अर्थव्यवस्था को 320 अरब डॉलर का नुकसान
कुछ भारतीय स्टार्टअप्स की राजस्व संभावनाओं में आगामी वित्त वर्षों में और वृद्धि का अनुमान
नई दिल्ली : कोविड-19 महामारी के कारण 40 दिवसीय लॉकडाउन के बाद दैनिक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के संदर्भ में भारतीय अर्थव्यवस्था Economy को लगभग 320 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। यह बात एक रिपोर्ट में कही गई है। भारत का दैनिक GDP लगभग आठ अरब डॉलर हो सकता है।
मोबिलिटी सेक्टर पर बुरा असर
इंक42 द्वारा तैयार की गई डेटालैब की रिपोर्ट में कहा गया है कि Economy के मुख्य कारक ट्रैवेल और मोबिलिटी सेक्टर पर बहुत बुरा असर पड़ा है और ओयो, ओला, मेकमायट्रिप के राजस्व में भारी गिरावट का अनुमान है।
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छोटी फैक्टरियां बंद करनी पड़ीं
अक्सर भारतीय Economy की रीढ़ कहे जाने वाले सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) सेक्टर को छोटी फैक्टरियां बंद करनी पड़ीं और वे बहुत कम श्रमशक्ति के साथ काम कर रहे हैं।
‘कोविड-19 स्टार्टअप इंपैक्ट रिपोर्ट-थ्रीट्स एंड अपॉर्च्यूनिटीज फॉर द इंडियन Economy’ नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस महामारी ने एमएसएमई के राजस्व को कहीं अधिक खत्म किया है।
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महामारी ताबूूत की अंतिम कील
Economy के कुछ सेक्टरों के लिए तो यह महामारी ताबूूत की अंतिम कील साबित हुई है। लेकिन सप्लाई चेन बाधित होने से विनिर्माण पर हर जगह प्रभाव पड़ा है।
हालांकि इन व्यवधानों के बीच भी उपभोक्ताओं में आए स्वभावगत बदलावों के कारण कुछ सेक्टर शिखर पर पहुंच गए हैं।
कुछ स्टार्टअप्स में आगामी वित्त वर्षों में और वृद्धि
हाइपरलोकल डिलिवरीज, मीडिया एंड कंटेंट, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य उद्यम संबंधित टेक एप्लीकेशंस जैसी सेवाओं की मांग में अचानक हुई वृद्धि से कुछ भारतीय स्टार्टअप्स की राजस्व संभावनाओं में आगामी वित्त वर्षो में और वृद्धि होगी।
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