ट्रंप ने किया दावा, भारत के खिलाफ आतंकी साजिश में शामिल था सुलेमानी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि ईरान का ताकतवर फौजी जनरल कासिम सुलेमानी भारत के खिलाफ साजिश में भी शामिल था.
उन्होंने साफ कहा कि ईरान के साथ युद्ध खत्म करने के लिए सुलेमानी का खात्मा किया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा करते हुए कहा कि सुलेमानी भारत के खिलाफ आतंकी हमले की साजिश में शामिल था.
अमेरिका और ईरान के बीच एक बार फिर जंग की हालत
अमेरिका और ईरान के बीच एक बार फिर जंग छिड़ गई है. अमेरिका ने ताकतवर फौजी जनरल कासिम सुलेमानी को मार दिया है. अमेरिका ने ईरानी जनरल पर ड्रोन से हमला कर मार दिया था. अब ईरान ने अमेरिका को खुली चेतावनी दी है कि वो जनरल सुलेमानी की मौत का बदला जरूर लेगा. इस बीच डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान के साथ युद्ध खत्म करने के लिए सुलेमानी का खात्मा किया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा करते हुए कहा कि सुलेमानी भारत के खिलाफ आतंकी हमले की साजिश में शामिल था. ट्रंप ने कहा, सुलेमानी का खात्मा युद्ध शुरू करने के लिए नहीं बल्कि युद्ध खत्म करने के लिए किया गया है.
ईरान के कुद्स फोर्स का नेतृत्व कर रहे थे
सुलेमानी 1998 से ही ईरान के कुद्स फोर्स का नेतृत्व कर रहे थे. इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) की यह खास यूनिट विदेशों में गुप्त अभियान चलाती है और यह सीधे देश के सर्वोच्च नेता खोमैनी को रिपोर्ट करती है. मंगलवार रात बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों की ओर से किए गए हमले के बाद वाशिंगटन और तेहरान के बीच बढ़े तनाव के बीच गुरुवार रात सुलेमानी को मार दिया गया.
खोमैनी का प्रहार
उधर खोमैनी ने कहा कि “धरती के सबसे क्रूर लोगों ने’ ‘सम्मानीय’ कमांडर की हत्या की, जिन्होंने दुनिया की बुराइयों और डकैतों के खिलाफ साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी.” खोमैने कहा, “उनके निधन से उनका मिशन नहीं रुकेगा लेकिन जिन अपराधियों ने गुरुवार रात जनरल सुलेमानी और अन्य शहीदों के खून से अपने हाथ रंगे हैं, उन्हें जरूर एक जबरदस्त बदले का अंजाम भुगतने का इंतजार करना चाहिए.” खोमैनी ने कहा कि जारी लड़ाई और अंतिम जीत की उपलब्धि हत्यारों और अपराधियों की जिंदगी को और दुश्वर बना देगी.
सुलेमानी ने निर्दोष लोगों की मौत को अपना बीमार जुनून बना लिया था
फ्लोरिडा के पाम बीच में अपने मार-ए-लागो रिसॉर्ट में बोलते हुए ट्रंप ने कहा, सोलेमानी ने निर्दोष लोगों की मौत को अपना बीमार जुनून बना लिया था और उसने नई दिल्ली और लंदन में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया था. ट्रंप ने अपे बयान में उस कदम का बचाव किया जिसके तहत बगदाद में सुलेमानी समेत ईरान के शीर्ष 7 सैन्य अधिकारी मार दिए गए थे. ट्रंप ने कहा, आज हम सुलेमानी के अत्याचार से पीड़ित लोगों को याद करते हैं और दिलासा देते हैं कि उसके आतंक का राज अब खत्म हो गया है.
दिल्ली में हमले का ईरान कनेक्शन
ट्रंप ने हालांकि भारत में सुलेमानी के हमले के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं किया लेकिन आशा जताई जा रही है कि उन्होंने नई दिल्ली में 2012 की उस घटना को याद किया है जिसमें एक इजरायली डिप्लोमैट की पत्नी को निशाना बनाया गया था. उस वारदात में तेल येहूशुआ नाम की महिला जख्मी हुई थी जिसका ऑपरेशन कर उसके शरीर से छर्रे निकाले गए थे. इस महिला के साथ उस गाड़ी का ड्राइवर भी जख्मी हुआ था जो गाड़ी चला रहा था. नई दिल्ली की यह घटना 13 फरवरी 2012 की है जिसमें कार में एक चुंबक के सहारे बम पहले ही फिट कर दिया गया था.