भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के कोच बने जूड फिलिक्स

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भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पूर्व कप्तान जूड फिलिक्स सेबेस्टियन को जूनियर पुरुष हॉकी टीम के नए मुख्य कोच के रूप में नियुक्त किया गया है। हॉकी इंडिया (एचआई) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। भारत के हाई परफार्मेस डाइरेक्टर डेविड जॉन ने कहा कि हॉकी इंडिया द्वारा पिछले छह साल में आयोजित किए गए कार्यक्रमों से जूनियर खिलाड़ियों को मुख्य टीम में अपनी पहचान बनाने में मदद मिली है।

कोच फिलिक्स के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण करेगी

इसी के तहत हाल ही में भारत की जिस सीनियर टीम ने यूरोप दौरा किया था, उसमें जूनियर कोर टीम के नौ खिलाड़ी शामिल किए गए थे।डेविड ने कहा कि इस प्रकार से ओलम्पिक के लिए एक नई टीम का निर्माण हो रहा है। जूनियर विश्व कप चैम्पियनशिप में अपने खिताब की रक्षा के लिए 33 सदस्यीय जूनियर कोर टीम नए कोच फिलिक्स के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण करेगी।

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साथी खिलाड़ियों से अलग पहचान दी

जूनियर हॉकी टीम के नए कोच बने फिलिक्स भारतीय टीम के रूप में हॉफ बैक के रूप में एक अहम हिस्सा थे। हॉकी के विकास के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ उनके रचनात्मक रवैया ने उन्हें अपने साथी खिलाड़ियों से अलग पहचान दी थी।

बार्सिलोना में हुए ओलम्पिक खेलों में टीम का प्रतिनिधित्व भी किया

जूड को 1995 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था। वह 1993-95 तक हॉकी टीम के उपकप्तान थे। 1993 में हुए विश्व कप और 1994 में हिरोशिमा में हुए एशियाई खेलों में उन्होंने भारतीय टीम का नेतृत्व किया था।
एक खिलाड़ी के तौर पर अपने करियर में जूड ने 250 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं और 1988 में कोरिया और 1992 में बार्सिलोना में हुए ओलम्पिक खेलों में टीम का प्रतिनिधित्व भी किया।

खेलों में अच्छे परिणाम हासिल करना है

डेविड ने कहा, “भारत के पूर्व कप्तान होने के नाते और साथ ही एक उच्च स्तरीय प्रतिष्ठित कोच के तौर पर जूड का अनुभव टीम को और भी बेहतर बनाने में मदद करेगा। उनके मार्गदर्शन में हम जूनियर कोर टीम को और भी मजबूत बनाना चाहते हैं। हॉकी इंडिया के कार्यक्रमों का लक्ष्य 2020 और 2024 ओलम्पिक खेलों में अच्छे परिणाम हासिल करना है।”

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