मेनका गांधी के जाल में फंसे एल्विश यादव, क्या होंगे गिरफ्तार ?

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पहले गमला चोरी , फिर सांप्रदायिकता फैलाना और अब सांपों की अवैध तस्करी इन तमाम अपराधिक मामलों में एक ही नाम शामिल है यूट्यूबर एल्विश यादव. बिग बॉस ओटीटी में जीत हासिल कर रातों रात ख्याति पाने वाले यूट्यूबर एल्विश यादव और विवादों से पुराना नाता रहा है. ऐसे में रेव पार्टी में जहरीले सांपों के जहर का नशा लेने व उपलब्ध कराने के रैकेट मामले में बड़ा खुलासा हुआ है.इसमें एल्विश का नाम भी सामने आया है. जानकारी के अनुसार, यह मामला सांपों की तस्करी से जुड़ा हुआ है, ऐसे में इन जहरीले सांपों की तस्करी रेव पार्टी नें नशे के लिए किया जाता था. इस मामले में नामजद पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार जांच शुरू कर दी है. एल्विश यादव को पांच पुलिस टीमें दिल्ली, हरियाणा और मुंबई में खोज रही हैं। उधर गिरफ्त में आए आरोपितों के परिवार ने साथ इन आरोपों को निराधार बताया है.

जानें क्या है मामला ?

सांसद मेनका गांधी द्वारा संचालित जानवरों के हित में काम करने वाली संस्थान एनजीओ पीपल्स फॉर एनिमल यानी PFF की टीम बीते लंबे समय से सांपों की तस्करी के रहस्य से पर्दा उठाने की कोशिश कर रही थी. दरअसल, एनजीओ से जुड़े लोगों को लंबे समय दिल्ली और एनसीआर में कुछ रेव पार्टी में अमीर लोगों द्वारा सांपों के जहर का भी इस्तेमाल किए जाने की जानकारी मिली थी. यह नशा अपने आप में जितना खतरनाक है उतना चौंकाने वाला भी था क्योकि, इस मामले में बिग बॉस ओटीटी विजेता एल्विश यादव का भी नाम सामने आया है. पुलिस के अनुसार वह जानवरों की तस्करी के इस रैकेट और रेव पार्टी के नेक्सस से जुड़ा हुआ है।

यह मामला काफी गंभीर है, हालांकि, PFF ने इसलिए किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले इस मामले से जुड़े सबूत जुटाने का निर्णय लिया. PFA की टीम हैरान रह गई जब एक एजेंट ने इस कड़ी में योजनाबद्ध स्टिंग ऑपरेशन के बारे में बताया. इस एजेंट ने खुद को प्रसिद्ध यू-ट्यूबर एल्विश यादव का खास आदमी बताया. कहा कि एल्विश का नाम लेने भर से वह किसी भी रेव पार्टी में सांप और उनके जहर की खेप के साथ आने को तैयार था.

कहानी में असली ट्विस्ट तब आया जब PFF के कार्यकर्ताओं ने एजेंट को छद्म तरीके से टैप करने की कोशिश करते हुए उसे बुलाया, जिसमें एजेंट ने 9 अलग-अलग किस्म के सांपों को एक साथ ले आया। उसके पास 20 ML स्नैक वेनम, यानी सांपों का जहर भी था। यहीं से दिल्ली-एनसीआर में सांपों की बदबू से चलने वाली रेव पार्टी के खेल का पर्दाफाश हुआ।

ऐसे हुआ एल्विश के काले कारनामों का खुलासा

पीएफए के आफिसर गौरव गुप्ता ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। बताया कि, एल्विश यादव पहले भी नोएडा-एनसीआर के फार्म हाउसों में स्नेक वेनम और जिंदा सांपों के साथ वीडियो शूट कर चुका है। यही नहीं, वह गैर कानूनी रूप से रेव पार्टियों को आयोजित करता है। इन पार्टियों में विदेशी युवतियों को बुलाकर स्नेक वेनम और शराब पीने को मजबूर किया जाता है। एजेंट राहुल से बातचीत के दौरान ये सब जानकारी मिली है।

पुलिस को बताया कि, उसने आरोपी एल्विश यादव से पार्टी के लिए एक व्यक्ति से संपर्क किया था। उसने फिर एजेंट राहुल का फोन नंबर दिया और उनसे बात करने के लिए कहा। पार्टी करने के लिए राहुल से संपर्क करके वन विभाग और स्थानीय पुलिस को सूचित किया गया. दो नवंबर को सेक्टर-51 के सेवरोन बैंक्वेट में आरोपी राहुल और उसके साथी नौ जहरीले सांप और जहर की एक शीशी लेकर पहुंचे।

योजना में पहले से शामिल थी पुलिस

इसके बाद पीएफए के सदस्य गौरव ने सांप देखने की इच्छा जताई, इसपर राहुल ने सांपों का पिटारा खोला और सामने रख दिया। उसमें दो दोमुंहा सांप, एक अजगर, एक घोड़ा पछाड़ और पांच कोबरा शामिल थे। वन विभाग और पुलिस बल ने तभी सभी आरोपितों राहुल, टीटूनाथ, जयकरन, नारायण और रविनाथ को बदरपुर से गिरफ्तार कर लिया। इनकेपास से 20 मिलीलीटर स्नेक वेनम भी मिले।

नोएडा में एंटी-नारकोटिक्स सेल (डीसीपी) के प्रभारी रामबदन सिंह ने कहा कि, मामला वन्यजीव संरक्षण अधिनियम से जुड़ा हुआ है। पांच आरोपियों को पकड़ लिया गया है। एल्विश यादव सहित छह नामजद लोगों और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एल्विश यादव के गिरोह में शामिल होने की संभावना की जांच की जा रही है।

आरोपितो को मिल सकती है यह सजा

वरिष्ठ अधिवक्ता नेहा आजाद के अनुसार, आरोपितों को आईपीसी के तहत 6 महीने की सजा या जुर्माना या दोनों हो सकता है। वहीं, वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत तीन साल तक की सजा और 10,000 रुपये तक का जुर्माना की सजा हो सकती है। यदि आरोपित दूसरी बार ऐसा अपराध करते हुए पकड़ा गया तो उसे सात साल तक की सजा और 25,000 रुपये जुमार्ना तक की सजा हो सकती है।

इन विवादों से पहले भी घिरे रहे है एल्विश

यह कोई पहला मामला नहीं है जब एल्विश का नाम किसी मामले में सामने आया है, इससे पहले कई सारें मामलों में एल्विश का नाम सामने आता रहा है. हालही में जी – 20 बैठक के समय में एल्विश पर गमला चोरी का आरोप लगा था. दरअसल, गुरुग्राम में जी-20 की सजावट के लिए रखे गए गमलों को चोरी करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियों के सामने आने के बाद हरियाणा पुलिस ने मनमोहन यादव नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया था.

लेकिन लोगों ने फोटो और वीडियो शेयर करते हुए कहा था कि, उक्त कार एल्विश यादव की थी जो उसका उपयोग करते थे. साथ ही, कई यूजर्स ने कहा कि, एल्विश के तिजारा वाले मीट के वीडियो और गमले चोर के वीडियो की गाड़ियों के नंबरों को मिलाकर सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा. एल्विश ने, हालांकि, बाद में सफाई जारी करते हुए कहा कि, गमला चोरी उनके साथ कोई संबंध नहीं था।

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सांप्रदायिकता फैलाने का लगा था आरोप

एल्विश यादव पर सांप्रदायिकता फैलाने का भी आरोप लगा था, बताया जाता है कि, एल्विश सोशल मीडिया पर विवादित लेख भी लिखते है. जिसकी वजह से उनपर सांप्रदायिकता फैलाने के भी आरोप लगते रहते है.

कौन है एल्विश यादव ?

यूट्यूब चैनल्स से पहचान बनाने वाले एल्विश यादव ने बिग बॉस ओटीटी में जीत हासिल करने के बाद लोगों के दिलों में राज कर रहे है. एल्विश यादव के यूट्यूब पर लगभग 14.2 मिलियन और ब्लॉग्स पर लगभग 7.5 मिलियन सब्सक्राइबर हैं. वही इंस्टाग्राम पर 16 लाख से अधिक लोग हैं। शायद यही वजह कि, एल्विश आए दिन सुर्खियों में बने रहते है. बिग बॉस ओटीटी-2 हासिल करने के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी गुरुग्राम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

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