सपा ने अयोध्या मेयर के लिए खेला ‘किन्नर कार्ड’
यूपी में निकाय चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी धीरे धीरे अपने पत्ते खोल रही हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी ने भी अपने नगर निगम पद के प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। सपा ने अयोध्या से मेयर पद के लिए एक किन्नर को चुना है। इस प्रत्याशी का नाम गुलशन बिंदु है। वैसे तो ये नाम अयोध्या की राजनीति में जाना माना है।
बीजेपी ने अभी अपना उम्मीदवार तय नहीं किया है
यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद इस साल अयोध्या नगर निगम बना और यहां पहली बार मेयर के चुनाव होंगे। बीजेपी ने अभी अपना उम्मीदवार तय नहीं किया है, लेकिन समाजवादी पार्टी ने एक किन्नर को टिकट देकर सबको हैरान कर दिया है। अयोध्या बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा की सीट है। योगी आदित्यनाथ 15 नवंबर को यहां चुनाव प्रचार करेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ यहां से पांच बार सांसद रहे हैं
उनकी अगुवाई मे यूपी सरकार ने इस बार छोटी दिवाली को ही धूम धाम से दिवाली मनाई। समाजवादी पार्टी ने मेयर के चुनाव के लिए 7 उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। गोरखपुर से राहुल गुप्ता को टिकट दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ यहां से पांच बार सांसद रहे हैं। गोरखपुर से मेयर का चुनाव कौन लड़ेगा? ये योगी ही तय करेंगे।
मेयर पद के प्रत्याशी घोषित कर दिए
पिछली बार यहां से मेयर के चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी।अखिलेश यादव ने मुरादाबाद से यूसुफ अंसारी को मेयर का उम्मीदवार बनाया है। वे 2012 में मुरादाबाद से पार्टी के विधायक चुने गए थे, लेकिन पिछला चुनाव वे हार गए। समाजवादी पार्टी ने रविवार को बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़, मेरठ, अयोध्या, झांसी और गोरखपुर नगर निगम के लिए मेयर पद के प्रत्याशी घोषित कर दिए।
सपा की आजीवन सदस्यता ग्रहण कर ली
पार्टी ने अयोध्या नगर निगम चुनाव में किन्नर गुलशन बिंदु को मेयर पद का प्रत्याशी घोषित कर सबको चौंका दिया। सपा प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी के मुताबिक, गुलशन ने सपा के सदस्यता अभियान के दौरान पार्टी की सदस्यता ली थी। इधर जब नगरीय निकाय चुनाव की सरगर्मी शुरू हुई तो करीब 20 दिन पहले उन्होंने सपा की आजीवन सदस्यता ग्रहण कर ली।
निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधायकी लड़ी थीं
तब से वह लगातार पार्टी के कार्यक्रमों से जुड़ी हैं। अयोध्या के राजनीतिक गलियारों में गुलशन नया नाम नहीं हैं। 2012 में वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधायकी लड़ी थीं। गुलशन 20 हजार वोट ही पाई थीं, लेकिन केवल 6 हजार वोटों से बीजेपी के कद्दावर नेता लल्लू सिंह की हार और तेज नारायण पांडेय की जीत की वजह गुलशन को माना गया था। फिर वह नगर पालिका परिषद के चेयरमैन का चुनाव लड़ीं और महज 200 वोटों से हारी थीं। इस बार सपा के टिकट पर उनकी दावेदारी ज्यादा मजबूत मानी जा रही है।
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