बारिश में धुल गए किसानों के अरमान, क्रय केंद्रों पर हजारों टन धान बारिश से बर्बाद
धान क्रय केंद्रों पर भले ही तमाम व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया गया हो लेकिन उसके बाद भी लापरवाही बरती जा रही है। पूर्वांचल सहित देश में हो रही बेमौसम की वजह से धान क्रय केंद्रों पर सैकड़ों टन अनाज बर्बाद होने के कगार पर आ चुका है। भदोही, चंदौली, वाराणसी के कई केंद्रों पर धान को बारिश से बचाने की कोई व्यवस्था नहीं दिखी। खुलेआम आसमान के नीचे सैकडों टन धान बारिश में भींग कर बर्बाद हो गया।
धान क्रय केंद्रों पर घोर लापरवाही
धान की खरीद और केंद्रों पर व्यवस्थाओं को लेकर सरकारी स्तर पर तमाम निर्देश दिए गए है, लेकिन उसके बाद भी अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। बारिश से बचने के उपाय पहले से धान के क्रय केंद्रों नहीं किये गए थे। हालात तो ऐसे हो गए है की देर रात जब बारिश होना शुरू हुई तब केंद्र पर तैनात लोगों ने तिरपाल की व्यस्व्था करना शुरू की। उसके बाद भी बड़ी संख्या में धान से भरे बोरे पानी से भींग गए। जहां बोरे रखे हुए है वहां जलभराव की वजह से पानी भर गया l
अधिकारियों ने खड़े किए हाथ
अचानक आई बारिश से क्रय केंद्रों पर तैनात और अधिकारी भी सकते में आ गए। भदोही के जिला विपणन अधिकारी श्याम कुमार मिश्र के अनुसार के मुताबिक बारिश की वजह कुछ धान जरूर खराब हुआ है। हालांकि समय रहते बोरों पर पॉलीथिन डालकर बचा लिया गया। दूसरी ओर किसानों का कहना है कि क्रय केंद्रों पर किसी तरह की सुविधा नहीं है। तौल के लिए रखे उनके सैकड़ों क्विंटल धान बर्बाद हो गए।
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