LDA अधिकारियों की अनदेखी का खामियाजा भुगत रहे स्थानीय लोग

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उत्तर प्रदेश कि राजधानी लखनऊ के प्रियदर्शिनी कॉलोनी को करीब 22 साल पहले एलडीए ने सीतापुर रोड पर विकसित किया। अलीगंज से सटी इस कॉलोनी में शुरुआत से ही विकास कार्यों पर सवाल उठते रहे हैं। एलडीए कालोनी की सड़कों से पहले ही लोग परेशान थे और अब जर्जर सड़कों पर जलभराव ने मुसीबत और बढ़ा दी है। जिसके कारण लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा।

करना पड़ रहा मशक्कत का सामना 

आपकों बता दें कि, एलडीए की प्रियदर्शनी कालोनी की अनदेखी का खामियाजा कदम-कदम पर लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जर्जर सड़कें बरसात के बाद छोटे-छोटे तालाबों में तब्दील हो गई हैं। सड़क पर भरे पानी से पूरी सड़क बर्बाद हो गई और बरसात के बाद यहां सड़क का तालाब में तब्दील हो जाना कोई नई बात नहीं रह गई है। आलम ये है सड़क पर आने जाने के लिए अब लोगों को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ता है।

बना रहता है बीमारियों का खतरा 

मकान नं एल—1/358, 359, 360, 361, 362, 363, 364, 365, 366 से लेकर लाइन से बने मकानों के दोनों छोर तक बतहाशा जलभरव रहता है। आलम ये है कि पानी कि निकासी न होने के कारण पानी महीनों  भरा रहता जिसके चलते लोगों में तरह—2 की बीमारियां पनपती रहती है। ऐसे में समझ में ये नहीं आता है कि सीएम योगी द्वारा चलाऐ गये सड़क गड्डा मुक्त अभीयान अधिकारियों कई सड़कों को नजरअंदाज क्यों किया। जब कि स्थानिय लोगों बीमारियों का खतरा बना रहता है।

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तमाम सड़कों के हो गए हैं टेंडर 

केशव नगर पुलिए चौकी के पीछे छोर से लेकर शदाब मेल तक के दूसरे छोर में बारिश रुकने के अगले हफ्तों बाद भी पानी भरा रहा। जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पिछले दिनों ने शहर भर की तमाम सड़कों के लिए टेंडर भी कर दिए। लेकिन एसी युक्त दफ्तरों में आराम फरमा रहें, इस सड़क पर किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं गया। अब बरसात के पूरे मौसम में लोगों को इन्हीं खस्ताहाल सड़कों और जलभराव से जूझना होगा।

अभी भी चलने लायक नहीं सड़कें 

करीब नौ साल के संकट के बाद प्रियदर्शिनी कॉलोनी के दिन बदलेंगे। लंबे समय से यहां जलभराव और टूटी सड़कों की मुश्किल झेल रहे। शहर के अधिकांश वार्ड में पिछले कुछ सालो के दौरान बनाई गई रोड खराब हो चुकी है। नई सड़कों की बात करें तो पुराने टेंडर का कुछ काम कराकर दो चार वार्डों में नई सडक बनाई गई, पर यहां के अधिकांश वार्ड की 60 फीसदी सड़क अब भी लोगों के चलने लायक नहीं है। राज्य में भाजपा की सत्ता रहने के बाद भी हाल ये है कि स्थानीय लोग घुट-घुट के जीने को मजबूर हैं।

प्रियदर्शिनी कॉलोनी को करीब 20 साल पहले एलडीए ने सीतापुर रोड पर विकसित किया। अलीगंज से सटी इस कॉलोनी में शुरुआत से ही विकास कार्यों पर सवाल उठते रहे हैं। वहीं, हैंडओवर होने के बाद नगर निगम ने भी इस कॉलोनी में विकास कार्यों पर कभी ध्यान नहीं दिया।

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