‘मेरी गलती क्या है…!’ स्यूसाइड नोट में छात्रा ने लिखा, ‘जब तक मैं क्लास-6 में पढ़ रही थी तो मेरे खिलाफ कभी कोई शिकायत नहीं आई, लेकिन अब मुझसे इतनी नाराजगी क्यों? आखिर मैंने क्या गलती की है मेरी टीचर मुझे क्यों प्रताड़ित कर रही हैं। मैं इसे बर्दाश्त करने की हालत में नहीं हूं। मैं मानती हूं कि मैंने टीचर से झूठ बोला, लेकिन उन्हें मुझे सजा देकर उत्पीड़ित नहीं करना चाहिए था। मैं अपना बचाव करने का तरीका नहीं जानती, इसलिए आत्महत्या कर रही हूं…।’
‘मेरी गलती क्या है…!’
पीरियड्स के दौरान उसकी यूनिफॉर्म के साथ-साथ बेंच पर भी निशान आ गए। बच्ची ने अपने स्यूसाइड नोट में लिखा, ‘स्कूल में मेरी दोस्तों ने मुझे बताया कि तुम्हारे कपड़ों और बेंच पर पीरियड्स के दाग लगे हुए है। मैंने टीचर से वॉशरूम जाने की इजाजत मांगी तो टीचर मुझ पर चिल्ला पड़ीं। टीचर ने मुझे भरी क्लास के सामने बुरी तरह फटकारा।
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कहा कि तुम्हें अब तक सैनिटरी पैड पहनने का तरीका समझ में नहीं आया है’। क्या शिक्षकों और अभिभावकों की अपने बच्चों से दूरी बढ़ नहीं रही। तमिलनाडु का यह हादसा कुछ ऐसे ही संकेत दे रहा है। एक तरफ इंटरनेट और मोबाइल बच्चों को कई ऐसी जानकारियां दे रहे हैं, जो उन्हें वक्त से पहले मिलना ठीक नहीं।
बच्चों को जागरूक करने में शर्म छोड़नी होगी
दूसरी तरफ, अभिभावक और शिक्षक बच्चों से उनके शरीर, हार्मोनल बदलावों और व्यवहार में आने वाले बदलावों के बारे में सही ढंग से बात तक नहीं कर पा रहे। बच्ची का स्यूसाइड नोट बच्चों की मानसिकता दर्शाता है…उनकी जानकारी का स्तर बताता है। माता-पिता हों या टीचर, बच्चों को जागरूक करने में शर्म छोड़नी होगी। उन्हें शरीर से जुड़ी जानकारियां वैज्ञानिक ढंग से देनी ही होंगी। उनके प्रति पहले से ज्यादा संवेदनशील होना होगा।
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25 फुट ऊंची छत से कूदकर जान दे दी
ऐसी घटनाएं तभी रोकी जा सकेंगी तमिलनाडु के तिरुनेलवेली के एक स्कूल में एक बच्ची को पीरियड्स के दौरान बेंच पर दाग लग जाने पर टीचर ने सबके सामने इतना जलील किया कि वह डिप्रेशन में आ गई। बताया जाता है कि टीचर उसे प्रिंसिपल के पास भी ले गई और वहां भी उसे जलील किया गया। बेइज्जती से आहत बच्ची ने अपने पड़ोसी की 25 फुट ऊंची छत से कूदकर जान दे दी। बेटी के जान देने से आहत माता-पिता को पूरा वाकया तब पता चला जब उन्हें स्यूसाइड नोट मिला। इसके बाद गुरुवार को परिवारीजनों ने स्कूल के सामने प्रदर्शन भी किया। पुलिस का कहना है कि स्कूल टीचर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस बन रहा है। वहीं, स्कूल ने इस घटना की जिम्मेदारी लेने से ही इनकार कर दिया है।
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