PM मोदी के खिलाफ नामांकन रद्द होने के बाद SC पहुंचे तेज बहादुर

0

वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन रद्द होने के बाद बीएसएफ बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट में तेज बहादुर का पक्ष सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण रखेंगे।

पिछले सप्ताह निर्वाचन अधिकारी ने तेज बहादुर का नामांकन पत्र रद्द कर दिया था। दरअसल बीएसएफ बर्खास्त जवान तेज बहादुर ने निर्दलीय और समाजवादी पार्टी की तरफ से दाखिल नामांकन पत्रों में अर्धसैनिक बल से बर्खास्तगी को लेकर अलग-अलग दावे किए थे।

इस पर वाराणसी के जिलाधिकारी (डीएम) और जिला निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा था। इसके लिए उन्होंने तेज बहादुर को निर्धारित समय दिया था।

BJP पर लगाया आरोप-

तेज बहादुर का आरोप है कि बीजेपी उन्हें चुनाव लड़ने से रोकना चाहती है। उनका दावा था कि कुछ अधिकरी भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके नामांकन को गलत तरीके से खारिज किया गया है।

चुनाव आयोग ने तेज बहादुर का नामांकन रद्द किया था जिसके बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी पर 50 करोड़ का ऑफर देने का आरोप लगाया था।

तेज बहादुर ने आरोप लगाते हुए कहा, ’50 करोड़ का ऑफर देकर पहले मुझे खरीदने की कोशिश की गई। फिर धमकी दी गई कि तुम्हें मार देंगे। मुझे पहले से ही मालूम था कि यह हर तरह के हथकंडे अपनाकर मेरा पर्चा खारिज कराएंगे।’

खाने की शिकायत को लेकर चर्चा में आये थे तेज बहादुर-

तेज बहादुर यादव फौजियों को मिलने वाले खाने को लेकर शिकायत के एक वीडियो से चर्चा में आए थे। एक वीडियो के माध्यम से की गई इस शिकायत के बाद सेना सहित राजनीतिक गलियारों में कुछ दिन तक हलचल मच गई थी। सेना ने इस मामले की जांच के आदेश दिए और बाद में तेज बहादुर को बीएसएफ से निकाल दिया गया था।

यह भी पढ़ें: नामांकन रद्द होने के बाद तेज बहादुर ने किया ’50 करोड़ के ऑफर’ का खुलासा

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी को चुनौती नहीं दे सकेंगे तेज बहादुर!

 

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More