वाराणसी: बैरकों का निरीक्षण करने सेंट्रल जेल पहुंचे डीएम, दिया यह निर्देश
8 ब्लॉक के 48 आवास के स्ट्रक्चर का कार्य हो चुका है पूरा
वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने शुक्रवार को केन्द्रीय कारागार (सेंट्रल जेल) में बनाये गये बैरकों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था और संबंधित विभाग के अधिकारियों को बचे कार्य को शीघ्र पूरा कराने का निर्देश दिया.
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निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था यूपी निर्माण निगम के जूनियर अभियंता सौरभ सुमन ने डीएम को बताया कि कारागार के पुलिसकर्मियों के रहने के लिए आठ ब्लॉक के 48 आवास के स्ट्रक्चर का कार्य पूरा हो चुका है. अब फिनिशिंग का कार्य चल रहा है. इसमें प्लंबिंग, पेंटिंग और कोटिंग का कार्य कराया जा रहा है.
मजदूर बढ़ाएं और कार्य को शीघ्र कराएं पूरा
बताया कि इसके अलावा कैदियों के लिए बन रहे 15 बैरक के 450 क्षमता के सापेक्ष 270 क्षमता का हैंड ओवर किया जा चुका है. शेष कार्य कराये जा रहे हैं. इस पर जिलाधिकारी ने जेई को मजदूरों की संख्या बढ़ाकर शेष कार्य को शीघ्रता से पूरा करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही डीएम ने कार्यदायी संस्था के जीएम से फोन पर बात की और कहाकि कार्य शीघ्र पूरा कराया जाय. डीएम ने बैरक के कमरों में जाकर बाथरूम, टॉयलेट की व्यवस्था का जायजा लिया और प्लास्टर आदि की गुणवत्ता परखी. उन्होंने बैरकों के निर्माण के संबंध में आख्या रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए डीआरडीए के एई और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता/सहायक अभियंता की टीम गठित करने का निर्देश दिया.
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हथकरघा केंद्र बैरक से हटाकर अन्य स्थान पर शिफ्ट करें
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को मुख्य गेट से आने वाली सड़क की मरम्मत और बैरक तक पहुंचने वाले मार्ग की मिट्टी की स्लोपिंग कराने के निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने बैरकों के मार्ग में आने वाले विद्युत पोल को शिफ्टिंग के लिए हाइडिल के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने केन्द्रीय कारागार के बैरक में बंदियों के लिए स्थापित हथकरघा केंद्र और उनकी बनाई गई साड़ियों को भी देखा. उन्होंने हथकरघा केंद्र को बैरक से हटाकर अन्य स्थान पर शिफ्ट करने के लिए जेल अधीक्षक को सुझाव दिया. इसके लिए जिलाधिकारी ने फंड की व्यवस्था करने का आश्वासन भी दिया. इस दौरान वरिष्ठ जेल अधीक्षक राधा कृष्ण मिश्र, जेलर अखिलेश कुमार सहित पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी, कार्यदाई संस्था के अभियंता मौजूद रहे.