यूपी: कोरोना को लेकर अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग, प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने का आदेश, जाने इन जिलों की व्यवस्था
कोरोना वायरस एक बार फिर से अपने पांव तेजी से पसार रहा है. चीन में कोविड-19 ओमीक्रोन के सब वेरिएंट बीएफ-7 के कहर से हाहाकार मचा हुआ था. इसके अलावा, कई देशों में भी कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इन सबके मद्देनजर यूपी में भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. जिसको लेकर, कोविड-19 के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया गया है.
राज्य के जिलों में कोरोना वायरस के नए खतरे को देखते हुए तमाम तैयारियों के साथ गाइडलाइंस भी जारी की जा रही हैं. विदेशी पर्यटकों को लेकर एयरपोर्ट पर कोविड टेस्ट और बाहर के आने वाले यात्रियों पर निगरानी का प्लान तैयार किया गया है.
यूपी के कई जिलों में कोरोना निर्देशों के सख्ती से पालन करने के आदेश के साथ अस्पतालों में जांच इलाज की व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई हैं. चिकित्सकों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है और बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग और जांच करने के आदेश दिए गए हैं.
यूपी की राजधानी लखनऊ के सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर कोरोना के मरीजों की जांच तत्काल प्रभाव से करने और उन्हें तुरंत आइसोलेट करने के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. अस्पतालों में पीपीई किट व्यवस्था करने और मास्क के अनिवार्य करने के लिए भी कहा गया है.
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के प्रवक्ता ने बताया ‘लखनऊ में कोविड-19 के दो केस हैं, जिनका इलाज चल रहा है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि पॉजिटिव मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाए और अस्पतालों में जांच इलाज की उचित व्यवस्था हो, इस एडवाइजरी के अनुसार सारे दिशा-निर्देश अस्पतालों को दिए जा चुके हैं. लखनऊ के एयरपोर्ट पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है. संक्रमण प्रभावित देशों से यहां पर आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी.’
झांसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने बताया ‘जांच टीमों की संख्या बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही सभी ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर और वेंटिलेटर को भी दुरुस्त कर लिया गया है. जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज समेत सभी सीएचसी और पीएचसी पर बेड भी आरक्षित रखे गए हैं. लोगों से अपील की गई है कि मास्क जरूर लगाएं.’
अमेठी के नोडल अधिकारी डॉ. राम प्रसाद ने बताया ‘अमेठी में कोई भी मरीज कोरोना से संक्रमित नहीं है. इसके बावजूद सतर्कता के लिए अस्पतालों में 200 से ज्यादा बेड आरक्षित कर दिए गए हैं. कानपुर के जिलाधिकारी ने बस अड्डों और रेलवे स्टेशन पर रैंडम सैंपलिंग लेने के भी आदेश दिए हैं. इसके साथ ही एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले लोगों की रैपिड टेस्टिंग भी की जाएगी.’
मुरादाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमसी गर्ग ने कोविड-19 प्रोटोकॉल को सभी जगहों पर सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है. साथ ही बूस्टर डोज लगवाने के लिए भी कहा गया है. लोगों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 0591-2411224 भी जारी किया है. सहारनपुर में कोविड-19 सेंटर्स का निरीक्षण कर उन्हें दुरुस्त कर दिया गया है. पीलीभीत में भी चिकित्सकों को अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है.
ताज नगरी आगरा और मथुरा में हर साल 25 दिसंबर से लेकर 5 जनवरी के बीच विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा लगता है. बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं. ऐसे में इन दोनों ही जिलों के जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से बस अड्डों, रेलवे स्टेशन और होटल से लेकर मंदिर परिसर और ताज महल के प्रवेश द्वार तक कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया है. विदेशी पर्यटकों की स्क्रीनिंग की जाएगी. किसी में लक्षण पाए जाते हैं, तो तुरंत उन्हें आइसोलेट किया जाएगा. आगरा में ताजमहल और मथुरा में सभी मंदिर परिसरों में भी सावधानियां बरती जा रही हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्वास्थ्य विभाग कोरोना से निपटने के लिए तैयारी में जुट गया है. वाराणसी के सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया ‘काशी में कोरोना की किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां व अन्य जरूरी उपकरण आदि उपलब्ध है. इसके अलावा रेगुलर मॉकड्रिल के जरिए व्यवथाओं को भी परखा जा रहा है. जरूरत पड़ी तो एयरपोर्ट पर भी फिर से टेस्टिंग की व्यवस्था शुरू की जाएगी.’
कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर नोएडा में तैयारी शुरू कर दी गई है. जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया ‘गुरुवार से अस्पताल में ‘नो मास्क नो एंट्री’ का फॉर्मूला लागू किया गया है, जिसके तहत ओपीडी में भी लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य है. मास्क लगाने वालों को ही अस्पताल में परामर्श के साथ दवा मिल पाएगी.’
गाजियाबाद में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतनी शुरु कर दी है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भवतोष शंखधर ने बताया ‘जांच टीमों की संख्या बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही सभी ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर औरवेंटिलेटर की भी जांच कर ली गई है. सभी सुविधाएं दुरुस्त हैं. जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज समेत सभी सीएचसी और पीएचसी पर बेड भी आरक्षित रखे गए हैं. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मास्क अवश्य लगा कर रखें. उचित दूरी का पालन करें और कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाएं.’
मेरठ में भी कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती जा रही है. पहले से भी यहां कोविड-19 की जांच की जा रही है, लेकिन शासन के निर्देश के बाद जांच में और भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं. इसी के साथ ही बाहर से आने वाले लोगों की मॉनिटरिंग भी शुरू की जाएगी. मेरठ के सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया ‘सभी अस्पतालों से कोविड-19 से संबंधित डाटा लिया जा रहा है. बुधवार को यहां 547 लोगों के सैंपल टेस्ट किए गए, जिसमें से कोई भी पॉजिटिव नहीं पाया गया है.’
बस्ती में भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. बस्ती के सीएमओ डॉ. आरपी मिश्र ने बताया ‘कोविड के नए वेरिएंट के लिए सरकार की तरफ से तैयार रहने को कहा गया है. हम लोगों ने लगभग तैयारियां पूरी कर ली हैं. बाकी तैयारियां भी जल्द पूरी कर ली जाएंगी. लोगों से अपील है कि बाहर निकलते समय वे मास्क लगाएं. बार-बार हाथ साबुन से धोएं. सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें और कोरोना के सभी नियमों का पालन करें.’
मिर्जापुर में कोरोना को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया ‘जिले में इस समय कोरोना का एक भी एक्टिव मरीज नहीं है. नए वेरिएंट को देखते हुए इसकी जांच और इलाज को लेकर निर्देश जारी कर दिया गया है. साथ ही आरटीपीसीआर, सीटी स्कैन, एक्सरे, पैथोलॉजी की जांच से जुड़े संसाधनों की पर्याप्त व्यवस्था भी रखने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे जनता को किसी भी प्रकार दिक्कतों का सामना न करना पड़े.’
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है. सभी लोग कोविड गाइडलाइंस का पालन करें. सार्वजनिक स्थानों पर मास्क जरूर लगाएं.
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