कुलभूषण की मां को वीजा क्यों नहीं दिया गया ?

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भारत ने सोमवार को कुलभूषण जाधव के मुद्दे के एक बार फिर उठाया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज(Sushma Swaraj) ने कहा कि पाकिस्तान ने अभी तक अपनी जेल में बंद कुलभूषण जाधव से मुलाकात के लिए उसकी मां को वीजा नहीं दिया है। कुलभूषण को कथित जासूसी व आतंकी गतिविधियों के आरोप में पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाई गई है। यह मामला अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में लंबित है।

सुषमा ने जोर देकर कहा कि भारत में इलाज के लिए मेडिकल वीजा चाहने वाले सभी पाकिस्तानी नागरिकों के लिए पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज की अनुशंसा जरूरी है। लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि अजीज ही इसमें हिचकिचा रहे हैं।

सुषमा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज को इलाज के लिए भारत आने वाले पाकिस्तानी नागरिकों के मेडिकल वीजा के लिए अनुशंसा करने में हिचकना नहीं चाहिए।
susma swaraj twitter
सुषमा का यह बयान पाकिस्तान की उन मीडिया रिपोर्टों के बीच आया है, जिनमें कहा गया है कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने 25 वर्षीया पाकिस्तानी युवती के मेडिकल वीजा का आवेदन खारिज कर दिया, जो ट्यूमर के इलाज के लिए भारत जाना चाहती थी।
पाकिस्तानी युवती फैजा तनवीर ने सुषमा स्वराज से मामले में हस्तक्षेप करने और अपनी ‘जिंदगी बचाने’ के लिए मदद करने की गुहार लगाई थी।

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सुषमा ने कहा कि भारतीय प्रशासन पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा देना जारी रखेगा, पर इसके लिए अजीज की अनुशंसा चाहिए होगी।

सुषमा ने कहा, “मैं पाकिस्तानी नागरिकों को भरोसा दिलाना चाहती हूं कि उन्हें अजीज की अनुशंसा के बाद मेडिकल वीजा मिलेगा। हम तुरंत वीजा जारी करेंगे। मेरी संवेदनाएं इलाज के लिए भारत आने की चाह रखने वाले सभी पाकिस्तानी नागरिकों के साथ हैं।”

सुषमा ने अजीज से उन सभी लोगों के नाम की अनुशंसा करने को कहा, जो भारत में इलाज के लिए मेडिकल वीजा चाहते हैं।

सुषमा ने कहा कि उन्हें कोई कारण नजर नहीं आता कि वह (अजीज) वीजा आवेदन के लिए अपने ही देश के नागरिकों के नाम आगे रखने में हिचकिचा क्यों रहे हैं? उन्हें यकीन है कि सरताज अजीज को अपने देश के नागरिकों का ख्याल है।

सुषमा ने जाधव का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उन्होंने निजी तौर पर जाधव की मां अवंतिका जाधव को वीजा जारी करने के लिए अजीज को पत्र लिखा था।

सुषमा ने कहा, “हमारे पास भी एक भारतीय नागरिक (अवंतिका जाधव) का वीजा आवेदन लंबित पड़ा है, जो पाकिस्तान में अपने बेटे से मिलना चाहती हैं, जिन्हें पाकिस्तान में मृत्युदंड की सजा सुनाई गई है।”

पाकिस्तान की सैन्य अदालत द्वारा जाधव को सुनाए गए मृत्युदंड पर अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने रोक लगा रखी है।
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सुषमा ने कहा, “मैंने अवंतिका जाधव को पाकिस्तान का वीजा देने के लिए सरताज अजीज को निजी तौर पर एक पत्र लिखा था। लेकिन, सरताज अजीज ने अभी तक मेरा पत्र मिलने के बारे में जानकारी देने तक की जहमत नहीं उठाई है।”

जाधव को तीन मार्च 2016 को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान का कहना है कि जाधव बलूचिस्तान में जासूसी एवं आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था, जिस आरोप को भारत ने सिरे से खारिज किया है। उसे पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अप्रैल 2017 में मृत्युदंड की सजा सुनाई थी।

इस साल मई में भारत ने पाकिस्तान की सैन्य अदालत के फैसले के खिलाफ द हेग में अंतर्राष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) का रुख किया था और न्यायालय में हुई सुनवाई में आईसीजे ने जाधव की सजा पर अस्थाई रोक लगा दी थी।

इस साल मई में भारत ने कहा था कि पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के एक अनुशंसा पत्र के आधार पर ही किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को भारत में इलाज के लिए मेडिकल वीजा जारी कर दिया जाएगा।

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