अखिलेश यादव : भाजपा आईटी सेल मतलब इंटरनेट टेररिस्ट सेल
सपा अध्यक्ष अखिलेश (Akhilesh) यादव ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल को टेररिस्ट सेल बताया है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा का आईटी सेल का मतलब इंटरनेट टेररिस्ट सेल बताया।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि आज देश का अल्पसंख्यक तबका बीजेपी की आईटी सेल यानी इंटरनेट टेररिस्ट सेल द्वारा फैलाई जाने वाली अफवाहों से भड़की भीड़ के हाथों पीट-पीटकर मार डाले जाने के खौफ में जी रहा है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जो कुछ हुआ, उससे स्पष्ट है कि लोकतांत्रिक गणराज्य को सुनियोजित तरीके से खोखला करके उसे बर्बाद किया जा रहा है। इसके लिए बहुत आसान तरीका अपनाया जा रहा है। वह यह है कि असहमति रखने वाले सत्ताधारी राजनेताओं को कानूनी लड़ाई में उलझाया जा रहा है। उनसे राष्ट्रविरोधी और देशद्रोही जैसा बर्ताव हो रहा है। उनके राज्यों को सांप्रदायिकतावादी और पंथवादी तरीकों से जलाया जा रहा है।
संवैधानिक मूल्यों को अपने मन मुताबिक पढ़ना चाहती है BJP’
एसपी चीफ अखिलेश ने पत्र में कहा है कि पश्चिम बंगाल पर हो रहे हमले न केवल संवैधानिक मूल्यों और सिद्धांतों पर आक्रमण हैं, बल्कि हमारे पुरखों के सपनों पर भी आघात है। बीजेपी संवैधानिक मूल्यों को अपने मन मुताबिक पढ़ना चाहती है, क्योंकि इन मूल्यों की स्थापना और उनके पोषण में उसका कोई योगदान नहीं है।
‘देश को विध्वंस की कगार पर ला खड़ा किया’
अखिलेश यादव ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘ढाई व्यक्तियों और उनकी चापलूसी में जुटे मीडिया ने हमारे देश को विध्वंस की कगार पर ला खड़ा किया है। हमारी संप्रभुता और प्राकृतिक संसाधनों को उन चुनिंदा मशहूर उद्योगपतियों के हाथ बेच दिया गया है, जो बीजेपी को वित्तीय मदद पहुंचाते हैं। बदले में बीजेपी उनकी सुविधा के हिसाब से नीतियां बनाती है।’
‘हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मजबूत शख्स नहीं हैं’
अखिलेश ने कहा कि देश को मजबूत लोगों की जरूरत है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मजबूत शख्स नहीं हैं। एसपी प्रमुख ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जिक्र करते हुए कहा कि वह ऐसी महिला हैं जिन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी को उन्हीं के गढ़ में परास्त किया।
बनर्जी ने किसानों के हितों की कीमत पर औद्योगिक हितों को तरजीह नहीं दी। उन्होंने न्यायपालिका, सीबीआई, आईएएस तथा आईपीएस अफसरों एवं राष्ट्रीय संस्थाओं से आह्वान किया कि वे केंद्र के सत्ताशीर्ष की ओर से हो रहे हमलों के खिलाफ खड़े होकर अपनी संप्रभुता के लिए लड़ें। पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने पत्र के अंत में कहा, ‘आप उन्हीं को वोट दें, जो आपका सर्वश्रेष्ठ तरीके से प्रतिनिधित्व कर सकें। ऐसे लोगों को अपना रहनुमा ना बनाएं जो देश के आधार को ही हिला डालें।’
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)