निषाद वोट बैंक संभालने में जुटी सपा, चला ये दांव!
सपा-बसपा-आरएलडी के गठबंधन से अलग होकर निषाद पार्टी के भारतीय जनता पार्टी का दामन थमा। इसके बाद निषाद समुदाय के वोट खिसकने का खतरा मंडराता देख सपा ने बड़ा दांव चला है।
लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की है। इसमें गोरखपुर और कानपुर सीट पर पार्टी ने प्रत्याशी उतारे हैं। गोरखपुर से रामभुआल निषाद को सपा ने टिकट दिया है। रामभुआल निषाद को निषाद समुदाय के चेहरे के तौर पर देखा जाता है।
सपा को निषाद वोट खिसकने का खतरा-
माना जा रहा है कि निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद को बीजेपी से हाथ मिलाता देख सपा को निषाद वोट बैंक दूर जाते दिखा। यही वजह है कि इसकी काट के तौर पर गोरखपुर से रामभुआल निषाद को मैदान में उतारा है।
इसके अलावा सपा ने कानपुर से एक अन्य निषाद नेता राम कुमार को टिकट दिया है। बता दें कि सपा-बसपा-रालोद गठबंधन में शामिल होने के महज तीन दिन बाद निषाद पार्टी ने अचानक ही महागठबंधन का साथ छोड़ दिया। इसके कुछ घंटों बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी।
सीएम योगी से मिले निषाद पार्टी के नेता-
निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद और पार्टी के अन्य नेताओं की लखनऊ में शुक्रवार देर रात सीएम योगी से मुलाकात की। हालांकि किसी भी तरफ से कोई भी बयान सामने नहीं आया है। फिलहाल केवल कयास लगाए जा रहे है कि निषाद पार्टी लोकसभा चुनाव में भाजपा का दामन थाम सकती है।
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