शीर्ष पदों पर बैठे भारतीयों की ट्रंप ने की छुट्टी !

अमेरिका की ट्रंप सरकार लगातार शीर्ष पदों से भारतीयों को हटा रही है। अब ओबामा प्रशासन के द्वारा सर्जन जनरल पर नियुक्‍त किए गए भारतीय मूल के विवेक मूर्ति से ट्रंप प्रशासन ने इस्‍तीफे की मांग की है। ऐसे में मूर्ति दूसरे भारतीय मूल के शख्‍स हैं जिनसे इस्तीफा मांगा गया है। इनसे पहले यूएस अटार्नी प्रीत भरारा थे जिनके इस्‍तीफा देने से इंकार करने पर बर्खास्‍त कर दिया गया था।

सर्जन जनरल विवेक मूर्ति से मांगा इस्तीफा

अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग ने बताया, ‘यूएस पब्लिक हेल्थ सर्विस कमिशन के नेता मूर्ति को नये ट्रंप प्रशासन में बदलाव के तहत सर्जन जनरल के पद से इस्तीफा देने को कहा गया।‘ सर्जन जनरल के तौर पर कार्यरत 39 वर्षीय मूर्ति पहले भारतीय मूल के नागरिक थे जिन्‍हें यह सम्‍मान ओबामा प्रशासन ने दिया था।

मूर्ति ने अपनी सेवा के लिए धन्यवाद किया

मूर्ति ने कहा, ‘गरीब भारतीय किसान के पोते को राष्‍ट्रपति ने पूरे देश का स्‍वास्‍थ्‍य देखने की जिम्‍मेदारी सौंपी जो काफी सम्‍मानजनक बात थी। देश का मैं सदा आभारी रहूंगा कि जहां 40 साल पहले आए प्रवासी को इतने सम्‍मान के साथ अपनाया गया।‘

रियर एडमिरल सिल्‍विया ट्रेंट-एडम्‍स लेंगे मूर्ति की जगह

मूर्ति की जगह रियर एडमिरल सिल्‍विया ट्रेंट-एडम्‍स को लिया गया है जो अभी डिप्‍टी सर्जन जनरल हैं। स्‍वास्‍थ्‍य और मानव सेवा के सचिव टॉम प्राइस ने मूर्ति को इतने साल तक देश को अपनी सेवा देने के लिए धन्‍यवाद दिया।

43 के मुकाबले 51 मतों से मिली थी मूर्ति की नियुक्ति को मंजूरी

मूर्ति के नाम को दिसंबर 2014 में 43 के मुकाबले 51 मतों से मंजूरी मिली थी और इन्‍हें सर्जन जनरल के पद पर चार वर्षों के लिए नियुक्‍त किया गया। 37 की उम्र में इस पद पर नियुक्‍त होने वाले मूर्ति अब तक के सबसे युवा सर्जन जनरल रहे। मूल रूप से मूर्ति के माता-पिता कर्नाटक के हैं। उनका जन्‍म इंग्‍लैंड के हडर्सफील्‍ड में हुआ और जब वे तीन साल के थे तब उनका परिवार फ्लोरिडा आ गया। उन्‍होंने येल स्‍कूल ऑफ मेडिसीन से एमडी किया और येल स्‍कूल ऑफ मैनेजमेंट से हेल्‍थ केयर मैनेजमेंट में एमबीए किया। फिलहाल वे बोस्‍टन के ब्रिगहाम एंड वूमंस हॉस्‍पिटल में फिजिशियन के तौर पर कार्यरत हैं।