Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में जिस अनहोनी का आदेश था आखिर वही हुआ. मौनी अमावस्या के स्नान से पहले संगम नोज पर भगदड़ मच गई जिससे अफरा- तफरी का माहौल हो गया. इस भदगड़ में कई श्रद्दालुओं की मौत हो गई है जबकि सैकड़ों श्रध्दालु घायल हो गए है. इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह नजर बनाये हुए है.
पीएम ने 3 बार की सीएम से फ़ोन में बात…
जानकारी मिल रही है कि हादसे के बारे में जानकारी के लिए पीएम मोदी ने सीएम योगी से तीन बार फ़ोन में बात की है.इस दौरान पीएम ने सीएम से युध्दस्तर पर राहत बचाव कार्य का निर्देश दिया है. कुंभ मेले के इतिहास में भारी भीड़ की वजह से अफरातफरी और भगदड़ का इतिहास पुराना है.
1954: कहा जा रहा है कि आजादी के बाद पहली बार महाकुंभ साल 1954 में प्रयागराज में आयोजित किया गया था उस दौरान भी भगदड़ मच गई थी. उस समय नए-नए भारत की प्रशासनिक मशीनरी ऐसे आयोजनों के लिए अभयस्त नहीं थी. 3 फरवरी 1954 को मची भगदड़ में 800 लोगों की मौत हो गई थी.
1986 : इसके बाद 1986 में हरिद्वार में लगे कुम्भ मेले में भगदड़ मच गई थी जिसमें दर्जनों लोग दबकर मर गए थे.रिपोर्ट के अनुसार 14 अप्रैल 1986 को इस मेले में यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह, कई राज्यों के सीएम और सांसदों के साथ हरिद्वार पहुंचे थे. वहां भी विप के लिए भीड़ को रोका गया था जिसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई थी जिसमें 200 लोगों की मौत हुई थी.
2003: इतना ही नहीं 1986 के बाद मेला सफलतापूर्वक चलता रहा लेकिन एक बार फिर 2003 में नासिक कुम्भ में हादसा हुआ और पुराणी यादें एक बार फिर ताजा हो गई.नासिक में आयोजित कुंभ मेले के दौरान एक भयानक भगदड़ मच गई थी, जिसमें 39 तीर्थयात्रियों की जान चली गई थी और इस कुंभ हादसे में 100 लोग जख्मी हो गए थे.
2010: बता दें कि इसके बाद 2010 में एक बार फिर हरिद्वार में हादसा हो गया. इस बार यह हादसा स्नान को लेकर श्रद्दालुओं और संतों के बीच हुई थी जिसमे कई लोग घायल हो गए थे. इस हादसे में ७ लोगों की मौत हो गई थी और 15 लोग घायल हुए थे.
2013: नासिक कुंभ के 10 साल बाद 2013 के प्रयागराज कुंभ में एक बार फिर हादसा हुआ. लेकिन इस बार ये हादसा इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर हुआ था. इस हादसे में 42 लोगो की मौत हो गई थी.रिपोर्ट के अनुसार, इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर एक फुटब्रिज पर रेलिंग गिरने के बाद भगदड़ मची. हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि स्टेशन पर भारी भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था.
सीएम योगी ने की अपील…
बता दें कि हादसे के बाद सीएम योगी ने ट्विटर पर एक पोस्ट किया और श्रद्दालुओं से अपील की है कि,”मां गंगा के जिस घाट के आप समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें.आप सभी प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें.”
सीएम योगी ने कहा कि संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है. किसी भी अफवाह पर बिल्कुल भी ध्यान न दें.