भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्पिन गेंदबाज पूनम यादव टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में शुमार हैं। टी20 वर्ल्ड कप हो या टेस्ट मुकाबला हर बड़े और अहम मौको पर पूनम यादव ने अपनी गेंदबाजी के उत्कृष्ट प्रदर्शन से पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवाया है। पूनम यादव आज (24 अगस्त) को 30 साल की हो रही हैं।
पूनम 8 साल की उम्र से क्रिकेट खेलने के लिए स्टेडियम जाना शुरू कर दी थी। क्रिकेट खेलना शुरू किया तो पूनम के पिता को लोग ताना मारने लगे कि, बेटी बड़ी हो रही है उसे स्टेडियम भेजना बंद करा दीजिए। बदनामी होगी। जिससे पूनम के पिता ने स्टेडियम जाना बंद करा दिया था। बता दें कि पूनम के पिता रघुवीर सिंह आर्मी के रिटायर्ड सूबेदार मेजर हैं।
पूनम यादव की कोच हेमलता काला घर आ गई। हेमलता ने पूनम के पिता रघुवीर सिंह को समझाया कि, क्रिकेट में भी लड़कियां अच्छा कर रही हैं। उनकी बातों को सुनकर वो तैयार हो गए और पूनम को खेलने के लिए आजाद कर दिया।
पूनम अपने कैरियर के पहले वनडे मैच में 15 रन देकर 3 विकेट लिए थे। यह इंडियन वुमेन क्रिकेट का चौथा बेस्ट वनडे डेब्यू रिकॉर्ड है। साल 2013 में पूनम ने बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 इंटरनेशनल मैच से करियर की शुरुआत की।
शुरुआत में पूनम का आगरा मंडल में चयन हुआ, फिर यूपी की टीम से खेलीं। वो अंडर-19 महिला टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं। वर्तमान में वह घरेलू क्रिकेट में रेलवे को रिप्रजेंट करती हैं। पूनम यादव को अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चूका है।
पूनम यादव ने अब तक भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए 52 एकदिवसीय मैच में 23 के गेंदबाजी औसत से 75 विकेट व 71 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 15 की गेंदबाजी औसत से 98 विकेट लिए हैं।
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