पिछले कुछ महीनों से देश भर की कई एयरलाइन कंपनियों के विमानों में बम धमकी मिलने का सिलसिला जारी है. ऐसे में बीते रविवार को भी 25 विमानों में बम होने की धमकी दी गई. इन धमकियों को लेकर केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक आरएस भट्टी और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने खास बातचीत की है. इस बैठक में गृह मंत्रालय को घरेलू और विदेशी उड़ानों पर धमकी भरे फर्जी कॉल के बारे में जानकारी दी गई. ऐसे अब केंद्र सरकार इस मामले को सख्त रवैय्या इख्तियार करने जा रही है, जिसको लेकर कानून में बदलाव किया जाएगा. साथ ही आरोपी व्यक्ति पर जुर्माने के साथ सजा भी दी जाएगी.
”फर्जी धमकी देने वाले को होगी उम्रकैद”
वहीं इसको लेकर केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि, ”ऐसे लोगों पर सख्ती से कार्रवाई के लिए कानून बनाया जाना चाहिए और इसमें उम्रकैद तक की सजा होनी चाहिए. अब तक ऐसी 100 से ज़्यादा फर्जी कॉल आई हैं, जिनमें बम होने की बात कही गई है. इसके आगे उन्होंने कहा है कि, ऐसे लोगों की बचकानी हरकतों की वजहों से यात्रियों को ही नहीं बल्कि पूरे तंत्र को काफी नुकसान होता है. हमने इस मुद्दे पर कई बैठकें की हैं और इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि नियमों और विनियमों में संशोधन आवश्यक हैं. ये परिवर्तन उस उद्देश्य को मजबूत करेंगे जिसके लिए हम वर्तमान में लड़ रहे हैं. एक बार जब अपराधी पकड़े जाएंगे, तो उन्हें नो-फ्लाई लिस्ट में डाल दिया जाएगा.”
इसके आगे उन्होंने बताया है कि, ”मौजूदा कानूनों को मजबूत करने के लिए विमानन मंत्रालय अन्य मंत्रालयों के संपर्क में है. हमारे पास नागरिक विमानन सुरक्षा के खिलाफ गैरकानूनी कृत्यों का दमन अधिनियम है, और हम इस अधिनियम में संशोधन करने पर काम कर रहे हैं. हम यह सुनिश्चित करने के लिए अन्य मंत्रालयों के साथ भी परामर्श कर रहे हैं कि यह एक संज्ञेय अपराध बन जाए”
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”यात्रियों की सुरक्षा के साथ नहीं होगा समझौता ”
वही नायडू ने कानून में संशोधन को लेकर कहा है कि, ”सरकार SUASCA एक्ट में संशोधन करने की तैयारी कर रही है. इसके बारे में दूसरे मंत्रालयों के साथ भी चर्चा हो रही है. सरकार इसे संज्ञेय अपराध की श्रेणी में लाना चाहती है. हम यात्रियों की सुरक्षा के साथ भी किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे. हमारा पूरा ध्यान स्थिति का आकलन करने पर क्योंकि यह बहुत ही नाजुक मसला है. विमानों में बम की हॉक्स कॉल के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय में उच्चस्तरीय बैठक हुई. इसमें गृह सचिव ने सीआईएसएफ के DG और BCAS के DG से थ्रेट कॉल पर पूरी जानकारी ली. मीटिंग में BCAS DG और CISF ने जांच की स्टेटस रिपोर्ट भी दी.