बुलंदशहर हिंसा को फारूक अब्दुल्ला ने बताया ‘प्लानिंग’
बुलंदशहर में भड़की हिंसा मामले में नेशनल कांफ्रेस के अध्यक्ष फारूक (Farooq) अब्दुल्ला ने बुधवार को बयान दिया है। फारूक अब्दुल्ला ने इस घटना को त्रासदी बताते हुए इसे सोची समझी प्लानिंग बताई। कहा कि ‘प्लानिंग के तहत हुआ सबकुछ’।
फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर के हालातों पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर में जो कुछ भी हो रहा है वह सही नहीं है। उन्होंने कहा, ‘देशभर में जो कुछ हो रहा है, वब सेक्युलर भारत में नहीं होना चाहिए, हमने ऐसे भारत के ख्याब नहीं देखे थे।
राम के नाम पर वोट मांगने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “भगवान राम के नाम पर वोट मांगना पूरी तरह गलत है, यह एक सेकुलर राष्ट्र है और मुझे लगता है कि चुनाव आयोग को उस पर ध्यान देना चाहिए, धर्म का चुनाव प्रक्रिया में इस्तेमाल करना सही नहीं है। चुनाव आयोग से राम के नाम पर वोट मांगने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि धर्म का उपयोग गलत है।
पुलिस अधिकारी को भीड़ द्वारा टारगेट किया गया है
बुलंदशहर में हुई हिंसा मामले पर बोलते हुए अब्दुल्ला ने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक बड़ी त्रासदी है जहां पुलिस अधिकारी को भीड़ द्वारा टारगेट किया गया है, पूरा मामला एक योजना के तहत हुआ ताकि उसे टारगेट किया जाए। क्योंकि वह लोगों के अच्छे के लिए काम कर रहा था।
राज्य के हालातों के बारे में बोलते हुए फारूक ने कहा, ‘हम सरकार नहीं बनाना चाहते थे, बल्कि उससे बचाना चाहते थे, जो आज राज्यपाल कर रहे हैं। हम 35A की रक्षा करना चाहते थे। यह सरकार ज्यादा लंबी नहीं चलनी थी और एक दिन गिरनी ही थी और चुनाव होना ही था।
अब्दुल्ला ने आगे कहा, ‘आखिर में लोगों को ही निर्णय लेना है कि क्या होना है। हम कभी भी सत्ता के भूखे नहीं थे। पीडीपी, नैशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के रास्ते अलग हैं लेकिन हम साथ आए। क्यों? आज आप जम्मू-कश्मीर बैंक की हालत देख रहे हैं। अगर हमारी सरकार होती तो आज ऐसा न होता।
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