जामिया मिलिया में हुई पुलिस कार्रवाई का व्यापक विरोध हो रहा है।
जामिया और एएमयू के छात्रों पर पुलिस के कथित लाठीचार्ज के खिलाफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इंडिया गेट पर धरने पर बैठ गई हैं। विपक्ष के नेता शाम को पांच बजे के आसपास राष्ट्रपति से भी मिलने वाले हैं।
असम से दिल्ली तक विरोध
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में असम से दिल्ली तक चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच विपक्ष ने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। कांग्रेस महासचिव ने सोमवार शाम को इंडिया गेट पर धरना दिया और सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वह देश की आत्मा पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार तानाशाही रवैया दिखा रही है और देश उसके खिलाफ लड़ेगा। मीडिया से बात करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘नौजवान देश की आत्मा होते हैं। सरकार ने देश की आत्मा पर हमला बोला है। प्रधानमंत्री आज तक उन्नाव गैंगरेप के मामले में क्यों नहीं बोले। उनकी पार्टी के एक विधायक ने मासूम बेटी के साथ रेप किया, उस पर क्यों नहीं बोले।’
सभी लोगों को एकजुट होना चाहिए
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज विजय दिवस है। बांग्लादेश के लिए युद्ध में आज विजय हुई थी। देश के संविधान के लिए लोग शहीद हुए थे। यह सरकार गलत कर रही है, हम सभी लोगों को एकजुट होना चाहिए। यह ऐक्ट संविधान के खिलाफ है, उसे नष्ट करने की कोशिश है। इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के अन्य सीनियर नेताओं के साथ इंडिया गेट पर धरना दिया। उनके साथ केसी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी, गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल और एके ऐंटनी भी मौजूद थे।
देश का माहौल खराब
प्रियंका गांधी ने कहा कि देश का माहौल खराब हो गया है। उन्होंने कहा, ‘देश का वातावरण खराब हो गया है। पुलिस विश्वविद्यालय में घुसकर (छात्रों को) पीट रही है। सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर रही है। हम संविधान के लिए लड़ेंगे।’ इंडिया गेट पर कांग्रेस के प्रदर्शन में जगदीश टाइटलर भी पहुंचे थे।
उधर, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, ‘मोदी सरकार स्वयं हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है।’ कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है।