मुख्यमंत्री योगी करेगे कर्जमाफी योजना का शुभारम्भ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को कर्जमाफी योजना का शुभारम्भ करेंगे। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को कहा कि 17 अगस्त का दिन उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए ऐतिहासिक दिन होगा, क्योंकि राज्य सरकार की ऋण मोचन योजना का शुभारंभ मुख्ममंत्री के हाथों होगा। शाही ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि योगी आदित्यनाथ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ लखनऊ जिले के 7500 किसानों को ऋणमोचन सर्टिफिकेट बांटेंगे।
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हर जिले में प्रभारी मंत्री किसानो को देगे सर्टिफिकेट ।
इसके बाद पांच सितंबर को प्रदेश के हर जिले में प्रभारी मंत्री किसानों को कर्ज माफी का ऋण मोचन सर्टिफिकेट देंगे।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह होंगे, वहीं अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
7,500 से ज्यादा किसानों को ऋण मोचन सर्टिफिकेट दिया जाएगा
राजधानी के स्मृति उपवन में आयोजित इस कार्यक्रम में लखनऊ जिले के 7500 से ज्यादा किसानों को ऋण मोचन सर्टिफिकेट दिया जाएगा।शाही ने कहा, “ऋण माफी के लिए बैंकों से करीब साढ़े 66 लाख से ज्यादा किसानों की डिटेल आई थी। इनमें करीब साढ़े 27 लाख किसानों के बैंक खाते आधार संख्या से जोड़े जा चुके हैं।
योजना दो हेक्टेयर जमीन के किसानों के लिये
उन्होंने कहा, “चूंकि, यह योजना दो हेक्टेयर जमीन तक के मालिक किसानों के लिए है, इसलिए इन खातों का राजस्व विभाग जांच कर रहा है। राजस्व विभाग की तरफ से जैसे-जैसे सर्टिफिकेट मिलता जाएगा, वैसे-वैसे किसानों को ऋण मोचन योजना के सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।”उन्होंने कहा कि बुधवार को मुख्यमंत्री और गृहमंत्री द्वारा सर्टिफिकेट बांटने के बाद पूरे प्रदेश में इस योजना को पांच सितंबर को लागू किया जाएगा। इस दिन हर जिले में प्रभारी मंत्री किसानों को सर्टिफिकेट बांटेंगे।
किसानों से आधार संख्या बैंक खाते से जोड़ने का आग्रह किया है ।
शाही ने कहा, “हमने पहले ही किसानों से आधार संख्या बैंक खाते से जोड़ने का आग्रह किया है। इस योजना में हमने तीन चरण रखे हैं। पहले चरण में उन किसानों को ऋण मोचन योजना का सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जिनका आधार जोड़ा जा चुका है और राजस्व विभाग से जिन्हें सर्टिफिकेट मिल गया है।”
मंत्री जी ने कहा तीसरे चरण में किसानो को लाभ मिलेगा ।
मंत्री ने कहा, “दूसरे चरण में भी इसी प्रक्रिया को अपनाया जाएगा। तीसरे चरण में ऐसे किसानों को भी लाभ दिया जाएगा, जिनका आधार किसी कारण से नहीं बन पाया है। उनका व्यक्तिगत सत्यापन होने के बाद उन्हें ऋण मोचन योजना का लाभ दिया जाएगा।
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