BHU- डाक्टर्स हड़ताल पर, मरीजों की अटकी सांसें

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वाराणसीः कोलकाता में महिला चिकित्सक संग हुई दरिंदगीं के मामले का विरोध अभी भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जगह-जगह इस मामले को लेकर हड़ताल, धरना प्रदर्शन, कैंडल मार्च सहित अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है. कोलकाता से प्रारंभ होकर पूरे देश में पूरी घटना का खुलासा और आरोपी को फांसी देने की मांग को लेकर लोगों में आक्रोश देखा जा सकता है.

हालांकि इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है परंतु इस घटना में शामिल अन्य लोगों का अनुमान लगाया जा रहा है. दूसरी ओर इसी क्रम में बीएचयू के रेजीडेंट डॉक्टरों का हड़ताल अभी भी सर सुंदरलाल चिकित्सालय में जारी है. 9 दिनों से लगातार जारी इस हड़ताल के माध्यम से रेजिडेंट डॉक्टर अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.

विरोध प्रदर्शन है जारी…

रेजिडेंट डॉक्टर द्वारा अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर नौ दिनों से हड़ताल और विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. इसको लेकर डॉक्टर्स ने तीन दिनों तक लगातार कैंपस में कैंडल मार्च निकाला. साथ ही कुलपति आवास का घेराव किया. आईएमएस के डायरेक्टर और सरसुंदर लाल चिकित्सालय के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को पत्रक भी सौंपा. इधर रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीज और तीमारदार काफी परेशान हो रहे हैं.

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय को पूर्वांचल का अंश भी कहा जाता है तो यहां पर वाराणसी के अलावा आसपास के जिलों और जनपदों से लोग मरिज को लेकर डॉक्टर को दिखाने पहुंचते हैं. यहां पर मरीज काफी उम्मीद लेकर पहुंच रहे हैं उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है. इसके चलते वे काफी निराश हो जा रहे हैं.

गुलजार रहने वाला अस्पताल नजर आ रहा है सूना

ड़ॉताल के बावजूद इस अस्पताल में इलाज की चाह रखने वाले मरीजों व तीमारदारों की रोजाना काफी भीड़ इकट्ठा हो जा रही है. दूसरी ओर इलाज न मिलने से उन्हें बैंरग लौटना पड़ रहा है. कुछ की आस में कई मरीज व उनके तीमारदार यहीं पड़े हुए हैं. इसके चलते काफी गुलजार रहने वाला सर सुंदरलाल चिकित्सालय सुनसान नजर आने लगा है.

हड़ताली डाक्टर्स को मिला है सिर्फ आश्वासन

दूसरी ओर रेजिडेंट डॉक्टर अभी भी अपने मांग पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि यहां से उन्हें सिर्फ आश्वासन मिलता है और उसे पर कार्रवाई कुछ नहीं होती. आश्वासन मिलने के कुछ दिनों बाद पुराने ढर्रे पर सब कुछ चलने लगता है. वही बातचीत के दौरान रेजिडेंट डॉक्टरों ने बताया कि हम लोगों के सीनियर डॉक्टर द्वारा मरीजों को देखा जा रहा है. परंतु सारे मरीजों को वे देखने में सफल नहीं हो पा रहे हैं. इस कारण कुछ मरीज वापस लौट जा रहे हैं. तीमारदार मरीजों को लेकर बार-बार सर सुंदरलाल चिकित्सालय का चक्कर काट रहे हैं.

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बेबसी की कहानी मरीजों की जुबानी

यहां पहुंचे रेणुकूट के रहने वाले सुशील विश्वकर्मा ने बताया कि हम यहां पर 14 अगस्त को आए थे परंतु हमारे तीमारदार को इलाज नहीं मिलने के कारण हम वापस चले गए. हम पुनः आज सुंदरलाल चिकित्सालय पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि हमारे नाना को पैरालिसिस का समस्या है. उन्हें लेकर आज पहुंचने पर फिर से वही बात दोहराई जा रही है कि रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल अभी भी चल रही है जिसको लेकर वे काफी परेशान हैं. रोहित जायसवाल और संतोष मिश्रा चंदौली से अपने मरीज को लेकर दिखाने पहुंचे हैं.

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उन्होंने बताया कि लगातार एक हफ्ते से हम दौड़ रहे हैं परंतु अभी तक हम मरीज को दिख नहीं पाए. हम सुबह से नंबर लगाकर बैठे हैं. वही रोहित जायसवाल ने बताया कि 10 तारीख का लगभग सभी जांच करवा चुके हैं परंतु अब 22 तारीख तक कोई जांच रिपोर्ट हमको नहीं मिला है. जांच रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण हम लोग मरीज को किसी अन्य डॉक्टर को भी नहीं दिखा पा रहे हैं. हड़ताल के चलते मरीज और हम लोग परेशान हो रहे हैं .

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