ऑस्ट्रेलिया ने 191 रन के लक्ष्य को ग्लेन मैक्सवेल के शतक के दम पर 19.4 ओवर में हासिल कर भारत का दो मैचों की टी20 सीरीज में क्लीन स्वीप कर दिया है।
यह विराट कोहली की कप्तानी में घरेलू सरजमीं पर टीम इंडिया की पहली सीरीज हार है। बहरहाल, विशाल लक्ष्य के सामने एक बार फिर कंगारू पारी को डार्सी शॉर्ट और मार्कस स्टोइनिस की जोड़ी ने शुरू किया, लेकिन सिद्धार्थ कौल ने उनकी (स्टोइनिस-7 रन) की गिल्लियां बिखेर दीं।
उस वक्त टीम का स्कोर 13 रन था। जबकि भारत को दूसरी सफलता भी जल्दी मिल गई। इस बार विजय शंकर ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच (8) को अपना शिकार बनाया। लेकिन इसके बाद जो हुआ वो टीम इंडिया के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है। शॉर्ट का साथ देने विशाखापट्टनम में अर्धशतक ठोकने वाले ग्लेन मैक्सवेल आए और दोनों ने 7.1 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को विकेट के लिए तरसा दिया।
हालांकि विजय शंकर ने ओपनर डार्सी शॉर्ट (40) को कवर पर केएल राहुल के हाथों कैच कराकर इस जोड़ी को तोड़ा। उन्होंने 28 गेंदों की पारी में छह चौके लगाए। जबकि मैक्सवेल और डार्सी के बीच तीसरे विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी हुई। जब ओपनर शॉर्ट आउट हुए तब मैक्सवेल 21 गेंद पर 38 रन बनाकर खेल रहे थे।
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इसके बाद पीटर हैंड्सकॉम्ब ने पिच पर कदम रखा और उनके साथ मिलकर मैक्सवेल ने ना सिर्फ भारत पर दबाव बनाया बल्कि 28 गेंदों पर चार चौके और तीन छक्के की मदद से अर्धशतक ठोक दिया। जबकि इसके बाद तो उन्होंने सभी भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई कर डाली।
यही वजह रही कि उन्होंने 50 गेंदों पर छह चौकों और आठ छक्कों की मदद से शतक (100) पूरा किया है। यह टी20 क्रिकेट में उनका तीसरा शतक है। ऑस्ट्रेलिया ने 19.4 ओवर में सात विकेट की जीत सुनिश्चित की। वह 55 गेंदों पर सात चौके और नौ छक्के की मदद से 113 रन की पारी के साथ नाबाद रहे तो पीटर हैंड्सकॉम्ब (20 नाबाद) ने उनका अच्छा साथ निभाया। ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल को मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ सीरीज का अवार्ड दिया गया है।
भारत के लिए विजय शंकर ने दो तो सिद्धार्थ कौल ने एक विकेट लिया। इससे पहले कंगारू कप्तान एरॉन फिंच ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया और उसने कप्तान विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और केएल राहुल के दम पर 190/4 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। भारत की पारी को केएल राहुल और फिर से टीम में लौटे शिखर धवन ने शुरू किया, लेकिन वह (धवन) शुरू से रन बनाने के लिये जूझते रहे।
जबकि विशाखापट्टन में अर्धशतक जड़ने वाले राहुल फिर से पूरी लय में दिखे। अपने घरेलू मैदान पर खेल रहे इस बल्लेबाज ने जे रिचर्डसन पर लगातार दो छक्के जड़ने के बाद अगले ओवर में पैट कमिंस के साथ भी यही किया। इससे भारत पावरप्ले में 53 रन तक पहुंच गया। हालांकि नाथन कूल्टर नाइल की धीमी गेंद को थर्ड मैन पर खेलने के प्रयास में राहुल ने रिचर्डसन को आसान कैच थमाया और इस तरह से अर्धशतक से चूक गये। उन्होंने 26 गेंदों पर 47 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल थे।
वही उनके जोड़ीदार धवन (14) सस्ते में आउट हो गए। हालांकि उनका आउट होना विवादास्पद रहा क्योंकि रीप्ले से भी लग रहा था कि मार्कस स्टोइनिस के कैच लेने से पहले गेंद ने जमीन को छुआ है, लेकिन टीवी अंपायर पूरी तरह से संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने बल्लेबाज को आउट दे दिया.इसके बाद जेसन बेहरनडॉर्फ ने रिषभ पंत (छह गेंद पर एक रन) का सीमा रेखा पर बेहतरीन कैच लपककर इस युवा बल्लेबाज को आते ही पवेलियन की राह दिखायी।
धोनी ने बेंगुलरू में आक्रामक तेवर दिखाये और 23 गेंदों पर तीन चौके और तीन छक्के की मदद से 40 रन की तूफानी पारी खेलकर अपने आलोचकों करारा जवाब दिया।
जबकि इस दौरान उन्होंने टी20 क्रिकेट में 50 छक्के पूरे कर लिए हैं। लेकिन भारतीय पारी का असली आकषर्ण कप्तान विराट कोहली रहे, जिन्होंने 38 गेंदों पर दो चौके और छह छक्के की मदद से 72 रन की नाबाद पारी खेली। जबकि कोहली ने 29 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। भारत ने धोनी और कोहली के बीच 100 रन की साझेदारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट 190/4 का स्कोर बनाया। ऑस्ट्रेलिया के लिए जेसन बेहरेनडोर्फ, कूल्टर नाइल, कमिंस और डासी शॉर्ट ने एक-एक विकेट लिया।
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