‘आजादी’ के मायने बदलना चाहती है बीजेपी : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने चिंता जाहिर की है कि अब राजनीति में मर्यादा और आदर्श नहीं बचे। अखिलेश ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जब सरकार के शीर्ष नेता अहंकार और अपशब्दों का प्रयोग करते हैं इसलिए बीजेपी के विधायक-सांसद भी उसी तरह का आचरण करने लगे हैं। उन्होंने सपा मुख्यालय में समाजवादी नेता और पूर्व मंत्री शारदा अंचल की आठवीं पुण्यतिथि के मौके पर कहा कि लोकतंत्र में लोकलाज का लोप हो जाता है तो यही स्थिति होती है जैसा की भाजपाई आचरण करते दिखाई देते हैं।
आजादी के मायने बदलना चाहती है बीजेपी
अखिलेश यहीं तक नहीं रुके। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी भारत की आजादी के मायने बदलना चाहती है, जबकि स्वतंत्रता आंदोलन के आदर्शों से बीजेपी का कुछ लेना देना नहीं है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने और इतिहास से छेड़छाड़ करने के पीछे उसके इरादे नेक नहीं हैं। बीजेपी ने किसानों, नौजवानों और गरीबों के साथ धोखा किया है। उसकी गलत नीतियों के चलते पूरी अर्थव्यवस्था चौपट है और कानून का राज अराजकता में बदल गया है।
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बलिदानियों की धरती है बलिया
उन्होंने शारदानंद अंचल को याद करते हुए कहा कि बलिया की आजादी के आंदोलन में ऐतिहासिक भूमिका रही है। बलिया बलिदानियों की धरती रही है और वह समाजवादी आंदोलन का केंद्र भी है। समाजवादी कभी गरीबों का साथ नहीं छोड़ते इसीलिए गरीब की समाजवादी पार्टी का साथ निभाते हैं। अंचल जी हमेशा गरीबों की लड़ाई लड़ते रहे।
एसपी सरकार ने जब आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे बनाया तो उसे बलिया तक ले जाने का फैसला भी समाजवादी सरकार ने लिया। एक्सप्रेस वे के किनारे मंडियों की स्थापना का फैसला भी एसपी ने लिया था ताकि किसानों को सहूलियत मिल सके। इस मौके पर पूर्व मंत्री अहमद हसन, राजेंद्र चौधरी, बलराम यादव, आरके चौधरी समेत कई नेता मौजूद थे।