पुलिस भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग पर प्रशासन ने कहा…
पुलिस कास्टेबल भर्ती परीक्षा की दोनों पालियों में कथित तौर पर एक जैसा पेपर बाटने का मुद्दा गर्माता जा रहा है। शनिवार को परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी मिढ़ाकुर स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए। टंकी पर चढ़े युवकों ने शोले फिल्म के वीरू की तरह छह घंटे तक खूब हंगामा काटा।
18-19 जून को हुई थी परीक्षा
यूपी में सोमवार और मंगलवार को पुलिस कास्टेबल भर्ती परीक्षा हुई थी। अलीगढ़ और एटा में दोनों पालियों में कथित तौर पर एक जैसा पेपर बाटने का मामला सामने आया था। इस पर अभ्यर्थियों में काफी गुस्सा था। जगह-जगह तमाम जिलों में प्रदर्शन हुए। परीक्षा को निरस्त करने की मांग को लेकर सहाई गाव के हेमंत, दीपक, मनोज, रिपुदमन, अजित सोलंकी, पोपेंद्र सिंह, हरिओम और प्रशांत मिढ़ाकुर आ गए। वे दोपहर करीब 12 बजे पानी की टंकी पर चढ़ गए। इसके बाद परीक्षा निरस्त करने के लिए नारेबाजी करने लगे।
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परीक्षा की पारदर्शिता पर उठाए सवाल
शोर सुनकर आसपास के लोग जुट गए। जानकारी पर एसडीएम सदर रजनीश मिश्र और सीओ अछनेरा नम्रिता श्रीवास्तव पहुंच गई। उन्होंने अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं हुआ। वे जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की माग पर अड़ गए।
सांसद ने दिया आश्वासन
सूचना मिलते ही सांसद चौधरी बाबूलाल, विधायक चौधरी उदयभान, ब्लॉक प्रमुख यशपाल राणा भी आ गए। सांसद ने उन्हें आश्वासन दिया कि इस मामले में उनकी जरूर मदद की जाएगी । वे न्याय दिलाने के हर संभव प्रयास करेंगे। इसके बाद ही अभ्यर्थी नीचे उतरे। परीक्षा में जिस तरह से एक जैसे पेपर दोनों ही पाली में जारी कर दिए गए, उससे इसकी पारदर्शिता पर सवाल उठे थे।