Lucknow: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के एक फैसले से यूपी में भूचाल आ गया है. कभी राजधानी में लंबे समय तक डीएम रहे अभिषेक प्रकाश को भ्रष्टाचार के मामले में सरकार ने सस्पेंड कर दिया है. वर्तमान में इन्वे स्टे यूपी के सीईओ पद पर तैनात थे. अभिषेक पर सोलर एनर्जी से जुड़े कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनी को यूनिट स्थापित करने की अनुमति देने के बदले घूस मांगने का आरोप है.
SAEL सोलर पी6 प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि हैं विश्वजीत दत्ता
बता दें कि विश्वजीत दत्ता SAEL सोलर पी6 प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि हैं. यह कंपनी सोलर एनर्जी से जुड़े कल-पुर्जे बनाने का काम करती है. विश्वपजीत दत्ताे ने आईएएस अभिषेक प्रकाश के खिलाफ दलाल के जरिए 5% घूस मांगने की शिकायत गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से की. सीएम ने तत्काल जांच का आदेश दिया. जब कंपनी से जुड़े दस्तावेज पलटे गए तो उनमें बड़े पैमाने पर अनियमितता के सबूत मिले. इस पर सीएम ने तत्काल अभिषेक प्रकाश को सस्पेंड करने और मामले में केस दर्ज करने का आदेश दिया.
भ्रष्टाचार को समाप्त करने की आवश्यकता- योगी
भ्रष्टाचार के ‘घुन’ को समाप्त करने की आवश्यकता है. अगर कोई आपसे अनावश्यक रूप में पैसे की मांग करता है, आप उसकी शिकायत करिए. हम उसकी जांच करके जवाबदेही तय करवा देंगे. उस व्यक्ति के परिवार की वह अंतिम सरकारी नौकरी होगी, फिर उस परिवार का कोई व्यक्ति सरकारी सेवा में नहीं आ पाएगा.
5 प्रतिशत कमीशन बना काल…
बताया जा रहा है कि विश्वाजीत दत्ताे ने आरोप लगाया कि उन्होंजने यूपी में सौर ऊर्जा के कलपुर्जे बनाने का संयंत्र स्था पित करने के लिए इन्वे स्टर यूपी को ऑनलाइन आवेदन किया था. मूल्यां कन समिति की बैठक उनके आवेदन को स्वीइकृति प्रदान की गई है थी. इन्वेठस्टन यूपी के एक वरिष्ठा अधिकारी ने उनको बिचौलिए निकांत जैन का नंबर दिया और कहा कि इनसे बात कर लीजिए. निकांत से जब विश्वऔजीत ने बात की तो उन्हों ने पांच प्रतिशत का कमीशन मांगा. विश्वजजीत ने कमीशन देने से मना कर दिया और FIR दर्ज कराई.