सड़क हादसों को कुछ इस तरह रोकेगा परिवहन विभाग
अब वाहनों के डैशबोर्ड पर लगेगी ड्राइवर के परिवार की फोटो
देश हो या विदेश हर जगर सड़क हादसों के समाचार आते ही रहते हैं. यदि भारत में होने वाले हादसों के आंकड़ें उठाकर देखे तो, साल 2022 में चार लाख से ज्यादा के सड़क दुर्घटनाओं के मामले सामने आए हैं. ऐसे में इनपर लगाम लगाने के लिए परिवहन विभाग ने एक अनोखी तरकीब तैयार की है. इसके तहत बस, ट्रक और टैक्सियों आदि वाहनों के डैशबोर्ड पर ड्राइवर के परिवार की फोटो लगाए जाने का फैसला किया गया है. यह इसलिए कि चालक अपने परिवार की फोटो लगातार देख उनके विषय में सोचकर वाहन की रफ्तार पर नियंत्रण रखने का प्रयास करेगा जिससे हादसों की आशंका कम होगी.
परिवहन विभाग ने हादसों को रोकने लागू किया ये नियम
परिवहन विभाग के अधिकारियों को लगता है कि पारिवारिक फोटो देखकर चालक तेजी से गाड़ी नहीं चलाएंगे. यह देखना दिलचस्प होगा कि यह कवायद कितनी प्रभावी होगी. वास्तव में परिवहन विभाग सड़क सुरक्षा फंड से बहुत सारे पैसे खर्च कर रहा है, ताकि सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके. अभी तक परिवहन विभाग प्रवर्तन दस्तों और जागरूकता कार्यक्रमों से दुर्घटनाओं पर रोक नहीं लगा पा रहा है. परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने इस संबंध में एक सर्कुलर जारी किया है जिसके अनुसार, मोटर कैब, मैक्सी, कैब और बसों में यह अनिवार्य है. विभागीय अधिकारियों का मानना है कि ऐसा करने से वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करेंगे क्योंकि वे अपने परिवार के बारे में सोचेंगे और इससे हादसे रुक सकेंगे.
इसके आगे उन्होने बताया है कि, ”बीती नौ अप्रैल को प्रमुख सचिव परिवहन की अध्यक्षता में प्रदेश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर बैठक हुई थी. इसमें पुलिस महानिदेशक (सड़क सुरक्षा एवं यातायात) ने बताया कि आंध्र प्रदेश में सार्वजनिक वाहनों में चालकों को सड़क सुरक्षा के प्रति भावनात्मक रूप से संवदेनशील बनाए जाने के उद्देश्य से चालक के परिवार की तस्वीर सीट के सामने लगाने की पहल शुरू हुई. इससे हादसों में कमी भी आई”.
Also Read: Elon Musk: एलन मस्क का बड़ा ऐलान, अब एक्स पर पोस्ट के लिए देने होंगे पैसे ?
हादसे के शिकार 4.7% बढे
उत्तर प्रदेश में 2022 में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 22 हजार 595 लोगों की मौत हुई, जबकि 2023 में यह संख्या 23 हजार 652 थी. अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) पुष्पसेन सत्यार्थी ने बताया कि, यह अनुमान 2022 की तुलना में यह 4.7% बढ़ा चुका है.