टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का निराशाजनक प्रदर्शन लगातार जारी रहा और तीसरे मैच में भी हार का सामना करना पड़ा। हालांकि खुशी की बाद यहा कि मुक्केबाजी में पूजा रानी ने अंतिम आठ में जगह बना ली।
ओलंपिक में छठा दिन भारत के लिये ‘कहीं खुशी कहीं गम’ वाला ही रहा। बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने अंतिम 16 में प्रवेश कर लिया लेकिन बी साई प्रणीत हार गए। तीरंदाजी में दीपिका कुमारी ने लगातार दो मुकाबले जीतकर राउंड ऑफ 16 में जगह बनाई। दूसरी ओर प्रवीण जाधव और तरुणदीप रॉय का सफर ओलंपिक में थम गया।
भारतीय महिला हॉकी टीम को ग्रेट ब्रिटेन से 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम की यह पूल ए में लगातार तीसरी हार है जिससे उसकी क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की संभावनाओं को झटका लगा है। भारतीय टीम को इससे पहले विश्व में नंबर एक नीदरलैंड से 1-5 और जर्मनी से 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था। रानी रामपाल की अगुवाई वाली टीम अगले मैच में शुक्रवार को आयरलैंड से भिड़ेगी। भारत को अब नाकआउट चरण में क्वालीफाई करने के लिये आयरलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने दोनों मैच जीतने होंगे।
पूजा रानी क्वार्टर फाइनल में-
वहीं भारतीय मुक्केबाज पूजा रानी (75 किग्रा) ने ओलंपिक खेलों में पदार्पण करते हुए शुरूआती मुकाबले में अल्जीरिया की इचरक चाएब को 5-0 से पराजित कर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। तीस साल की भारतीय ने पूरे मुकाबले के दौरान अपने से 10 साल जूनियर प्रतिद्वंद्वी पर दबदबा बनाये रखा।
दीपिका कुमारी ने अपेक्षानुरूप प्रदर्शन करते हुए तीरंदाजी प्रतियोगिता की व्यक्तिगत स्पर्धा के तीसरे दौर में जगह बनायी लेकिन तरुणदीप राय और प्रवीण जाधव दूसरे दौर से आगे बढ़ने में नाकाम रहे। विश्व की नंबर एक खिलाड़ी दीपिका को भी युमेनोशिमा पार्क पर चल रही हवाओं से सामंजस्य बिठाने में परेशानी हुई। दीपिका ने यह मैच 6-4 से जीता। दीपिका यह ओलंपिक खेलों में व्यक्तिगत वर्ग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
सिंधु प्री क्वार्टर फाइनल में, प्रणीत बाहर-
विश्व चैंपियन भारत की पीवी सिंधु ने हांगकांग की एनवाई चियुंग को हराकर टोक्यो ओलंपिक की महिला एकल बैडमिंटन स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया लेकिन पुरुष एकल खिलाड़ी बी साई प्रणीत लगातार दूसरा मैच हारकर बाहर हो गये। रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधू ने दुनिया की 34वें नंबर की खिलाड़ी चियुंग को 35 मिनट चले मुकाबले में 21-9 21-16 से हराकर ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया। सिंधू की चियुंग के खिलाफ छह मुकाबलों में यह छठी जीत है। पुरुष वर्ग में भारत के 13वें वरीय प्रणीत अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दिखा पाये और नीदरलैंड के मार्क कालजोव से 40 मिनट तक चले मैच में सीधे गेम में 14-21, 14-21 से हार गये। यह उनकी ग्रुप डी में दूसरी हार थी।
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