इस मंत्र का करें जाप, मिलेंगी स्वर्ग की अप्सरा

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कहा जाता है कि व्यक्ति अपने सदकर्मो के बल पर ही स्वर्ग जा सकता है, जहां मेनका, उर्वशी, रंभा जैसी अप्सराओं के साथ रह सकता है। परन्तु यह भी एक सत्य है कि मंत्र और योग शक्ति के बल पर इन अप्सराओं को स्वर्गलोक से पृथ्वी पर आने के लिए और साथ रहने के लिए विवश किया जा सकता है।

अप्सरा इन्द्रलोक (स्वर्ग) की सुंदर नारी है, जो देवराज इन्द्र की सेवा में सदैव तत्पर रहती है। ये सामान्य नर्तकी मात्र नहीं होती वरन दैवीय शक्ति होती हैं। जिस भी व्यक्ति को अप्सरा मिल जाती है, उसके लिए कुछ भी कठिन नहीं रह जाता। ये अपनी इच्छा से रूप बदल सकती है, किसी भी व्यक्ति का भूत, वर्तमान और भविष्य बता सकती है। शास्त्रों के अनुसार अप्सराएं आध्यात्मिक शक्ति संपन्न होती है और व्यक्ति की अमर होने के अलावा हर इच्छा को पूरी कर सकती है चाहे वो उसके भाग्य में ही न हो।

अप्सराओं से मिलना सौभाग्य की बात है

अप्सराओं से मिलना सौभाग्य की बात है। यह विद्या हर किसी के लिए न तो संभव है और न ही हर व्यक्ति इसे पूर्ण कर सकता है। जब भी आप अप्सरा को प्राप्त करने की इच्छा से अपना अनुष्ठान शुरू करें, तब से लेकर अनुष्ठान पूरा होने तक व्यक्ति को एक संत की तरह रहना होता है। उसे अपनी वासनाओं, आकांक्षाओं और इच्छाओं पर नियंत्रण करना होता है। अप्सरा से मिलने के बाद आप बेशक अपनी हर इच्छा पूरी कर सकते हैं बशर्ते उससे किसी की बुरा न होता हो।

सात दिन की होती है साधना

अप्सरा से मिलने के लिए आपको कुछ विशेष अनुष्ठान करने की जरूरत नहीं है। तंत्र शास्त्रों के अनुसार अप्सराएं कई प्रकार की है, सभी के लिए अलग-अलग मंत्रों का जाप करना होता है, परन्तु सभी की अनुष्ठान विधि एक ही होती है। अप्सरा प्राप्ति के लिए आपको सबसे पहले किसी शुभ मुहूर्त का चयन करना होता है, जो आप किसी भी योग्य पंडित से पूछ सकते हैं। तत्पश्चात नहाधोकर स्वच्छ वस्त्र पहन कर आप एक अप्सरा की मूर्ति/ प्रतिमा लें। उसे सुगंधित पुष्पों की माला पहनाएं, पूजा-अर्चना करें और मंत्र का जाप शुरू कर दें। सामान्यतया अप्सरा साधना एक दिन से 7 दिन तक की होती है।

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यह है विधि

इस दौरान आपको बाहरी जगत से बिल्कुल संबंध तोड़ कर सात्विक जीवन जीना चाहिए। पूजा के दौरान आपको अपने पास एक गुलाब की माला, पंचमेवा प्रसाद, घी का दीपक रख लेना चाहिए। इसके बाद आपको स्फटिक की माला पर अप्सरा मंत्र का जाप करना चाहिए। जैसे ही आपका मंत्र जाप पूर्ण होगा, अप्सरा आपके सामने प्रकट हो जाएगी। आप उसे गुलाब की माला पहना कर वचन ले लें कि वह सदैव आपके साथ रहेगी और आपकी इच्छी पूरी करेगी। आपकी इच्छानुसार अप्सरा आपके साथ मां, बहन अथवा पत्नी के रूप में रह सकती है।

इस मंत्र का करें जाप

ऊँ रं क्षं रंभे आगच्छ आगच्छ क्षं रं ऊँ नम:इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद आप जब भी अप्सरा को बुलाना चाहे इस मंत्र का उच्चारण करें। वह आपके सामने प्रकट होकर आपकी इच्छा पूर्ण करेगी।

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