वाराणसी के मीरघाट कांड के आरोपितों पर 25-25 हजार का इनाम, हिस्ट्रीशीट खोलने और गैंगस्टर की तैयारी

दशाश्वमेध थाना क्षेत्र में मीरघाट पर रविवार को दो दर्जन बदमाशों ने बोला था धावा

0

विश्वनाथ धाम के पास मीरघाट पर पिछले दिनों फायरिंग और धारदार हथियार से हमले के मामले में नामजद चार आरोपितों पर डीसीपी काशी जोन ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. इन बदमाशों में सूजाबाद पड़ाव के साहिल यादव, मच्छोदरी के पूर्व पार्षद अंकित यादव और शीतला गली के शिवम शर्मा और उसके भाई शोभित शर्मा के नाम शामिल हैं. इस घटना के बाद मौके से लोगों ने एक हमलावर को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था. पकड़े गये रामघाट निवासी इस हमलावर गोविंद यादव को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया.

Also Read: बाबा का मनभावन सावन: भक्त नही कर सकेंगे श्रीकाशी विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन

गौरतलब है कि पिछले रविवार को दशाश्वमेध थाने के हिस्ट्रीशीटर और सपा नेता विजय यादव उर्फ विज्जू के घर पर चढ़कर दो दर्जन लोगों ने हमला कर दिया था. फायरिंग और धारदार हथियार से हमले में छह साल की बच्ची समेत छह लोग घायल हो गये थे. इस दौरान लोगों ने गोंविद यादव के अलावा कल्लू यादव को भी मौके से पकड़ा था. पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया. पुलिस का कहना है कि उसकी घटना में संलिप्तता नही थी. फिर इस संवेदनशील क्षेत्र में हुई दुस्साहसिक वारदात के बाद घटनास्थल और आसपास में पुलिस व पीएसी की तैनाती कर दी गई है. हिस्ट्रीशीटर और सपा नेता विजय यादव उर्फ विज्जू का कहना था कि उससे गुंडा टैक्स की मांग की जा रही थी. गुंडा टैक्स न देने पर रविवार दोपहर गोविंद यादव, साहिल यादव, अंकित यादव, शिवम शर्मा व शोभित शर्मा समेत 12 अज्ञात लोगों ने उसके घर पर धावा बोल दिया. मौके पर आठ राउंड फायरिंग की गई थी. हमलावर मोटरबोट से मीरघाट पहुंचे थे. वारदात को अंजाम देने के बाद वह घाट की ओर भागे. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दशाश्वमेध थाने की पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया है. दबिश जारी है. इसके अलावा वारदात में शामिल आरोपितों की हिस्ट्रीशीट खोलने के साथ ही उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी है. पुलिस आरोपितों के आपराधिक इतिहास खंगाल रही है. उधर, इस हमले के खिलाफ समाजवादी पार्टी के नेता सोमवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. के एजिलरसन से मिले. उनसे विजय यादव और परिवार की सुरक्षा की मांग की. यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों को भाजपा नेताओं का संरक्षण प्राप्त है.

ताबड़तोड़ हुई घटनाएं तो जागा पुलिस प्रशासन

इधर, मीरघाट में फायरिंग और धारदार हथियार से हमले की घटना के बाद शिवपुर थाना क्षेत्र में अलसुबह दरोगा की पत्नी की चेन लूट गई. दरोगा की पत्नी से चेन लूट से दो दिन पहले शिवपुर स्टेशन के पास एक और महिला की चेन लूट गई थी. इसके अलावा शहर के अन्य हिस्सों में अपराधिक घटनाएं हुईं. ताबड़तोड़ हुई दुस्साहसिक वारदातों के बाद पुलिस कमिश्नरेट की कानून-व्यवस्था के हाल पर सवाल उठने लगे. इसके बाद पुलिस कमिश्नर हंटर चलाया और जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को निलम्बित और लाईन हाजिर कर महकमे के पुलिसकर्मियों को कड़ा संदेश दिया. वैसे भी वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है और मुख्यमंत्री का तो करीब-करीब अक्सर ही यहां आना होता है. सरकार का दावा भी है कि प्रदेश के कानून का राज है और जब ऐसे शहर में लगातार अपराधिक वारदातें हों तो सवाल उठने लाजमी हैं.

पुलिस की लापरवाही से हुई घटना

उधर, मीरघाट पर फायरिंग की घटना का दूसरा पहलू भी सामने आया. बिज्जू यादव के घर फायरिंग और हमले के बाद सोशल मीडिया पर तीन-चार दिन पुराना सीसी फुटेज और कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुआ. कॉल रिकॉर्डिंग और सीसी फुटेज मंे सामने आया कि विजय उर्फ बिज्जू यादव का बेटा अपने साथियों के साथ सूजाबाद पड़ाव निवासी साहिल यादव के घर पहुंचा था और दुर्व्यवहार किया था. साहिल ने स्थानीय थाने में शिकायत की थी. लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नही की तो बदले की भावना के तहत विजय के घर पर हमला कर दिया गया. लेकिन विजय का भी आरोप है कि उसने भी हमलावरों की धमकी आदि की शिकायत अपने थाने की पुलिस से की थी. पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की. उसका बेटा काशी आनेवाले दर्शनार्थियों को मंदिरों में दर्शन कराने का काम करता है. इसी से उसकी कमाई होती है. इस विवाद में दो बार मारपीट हुई और दोनों शिकायतों के बाद कोई कार्रवाई नही हुई. इससे हमलावरों का हौसला बढ़ा और उन्होंने योजनाबद्ध ढंग से हमला कर दिया.

लापरवाही पर चला सीपी का हंटर

सीपी ने दशाश्वमेध इंस्पेक्टर समेत दो थानेदार और एक चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया. इसके अलावा काशी, गोमती और वरुणा जोन के 13 थानेदारों को वर्तमान तैनाती से कार्यमुक्त कर दिया. सीपी ने एसओ, एसएचओ समेत 22 दरोगाओं के ट्रांसफर का निर्देश भी जारी कर दिया. मंगलवार को और दो चौकी प्रभारियों पर सीपी का हंटर चल गया है. इससे पहले पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने रविवार को कैंप कार्यालय में काशी, गोमती और वरुणा जोन के अधिकारियों की मीटिंग बुलाई थी. इसमें जेसीपी के अलावा तीनों जोन के डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी समेत सभी थानेदार, एलआईयू और अन्य टीमों के प्रभारी शामिल हुए. क्राइम मीटिंग शुरू होते ही पुलिस कमिश्नर ने सबसे पहले थान क्षेत्रों में हुए वारदातों पर सवाल पूछा. शिवपुर में दरोगा की पत्नी से चेन लूट मामले में शिवपुर थाना प्रभारी से सवाल पूछा और उन्हें मीटिंग से बाहर भेज दिया.

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More