लंदन से लिंगायत को साधेंगे पीएम मोदी, संत बसवेश्वर को देंगे श्रद्धांजलि

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पीएम नरेंद्र मोदी कॉमनवेल्थ देशों के राष्ट्र प्रमुखों की बैठक में हिस्सा लेने लिए ब्रिटेन पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी(PM Modi) यहां ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टरीजा मे से भी मुलाकात करने वाले हैं। भले ही पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय दौरे पर आए हैं, लेकिन यहां से वह देश की राजनीति भी साधते नजर आएंगे।

संत बसवेश्वर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे पीएम मोदी

कर्नाटक के विधानसभा चुनाव से पहले चर्चा का केंद्र बने लिंगायत समुदाय के संत बसवेश्वर की प्रतिमा पर भी वह श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। टेम्स नदी के किनारे पर लगी इस प्रतिमा का अनावरण भी पीएम मोदी(PM Modi) ने ही नवंबर, 2015 की अपनी यात्रा के दौरान किया था। इस बीच बीजेपी चीफ अमित शाह ने बेंगलुरु में संत बसवेश्वर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।

बसवेश्वर कर्नाटक के लिंगायत समुदाय में पूजनीय

बता दें कि बसवेश्वर कर्नाटक के लिंगायत समुदाय में पूजनीय हैं और आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ही इस समुदाय के वोटबैंक पर नजर बनाए हुए है। ऐसे में पीएम मोदी(PM Modi) जब बसवेश्वर की प्रतिमा पर फूल चढ़ा रहे होंगे तो इसे जाहिर तौर पर कर्नाटक चुनावों से जोड़कर भी देखा जाएगा। आज यानी 18 अप्रैल को संत बसवेश्वर की जयंती भी है और पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस अवसर पर शुभकामना भी दी है। बसवेश्वर जयंती वैशाख महीने के तीसरे दिन पड़ती है। अंग्रेजी कैलंडर के हिसाब से देखें तो तारीख हर साल बदल जाती है।

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आपको बता दें कि नवंबर 2015 में अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने संत बसवेश्वर की प्रतिमा का अनावरण किया था। दरअसल लंदन में टेम्स नदी के किनारे बसवेश्वर की प्रतिमा की का स्वप्न कलबुर्गी (कर्नाटक) के एक एनआरआई ने देखा था। पूर्व मेयर और लंदन में कम्युनिटी मेडिकल डॉक्टर नीरज पाटील ने 2011 में आसियान और पाकिस्तान समुदायों के समर्थन के बाद यहां बसवेश्वर की प्रतिमा स्थापित करने का विचार दिया था।

12 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान

फरवरी 2013 में लिंगायत समाज के सर्वाधिक महत्वपूर्ण मठ सिद्धगंगा के संत डॉ. शिवकुमार स्वामी ने प्रतिमा के लिए फाउंडेशन स्टोन रखा था। 12 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। बीजेपी का पूरा जोर राज्य में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार को हटाकर वापसी करने पर है। इस बीच सिद्धारमैया ने मास्टर स्ट्रोक लगाते हए लिंगायत समुदाय को अलग धर्म का दर्जा देने की मांग मान ली है। कांग्रेस के इस कदम को लिंगायत समाज के कई मठों का समर्थन भी हासिल हो गया है।

मठों का दौरा कर धर्मगुरुओं का आशीर्वाद लेने की कोशिश में जुटे

लिंगायत समाज अब तक बीजेपी का कोर वोटर समझा जाता रहा है। ऐसे में सिद्धारमैया की इस सेंध ने बीजेपी को भी आक्रामक कर दिया है। बीजेपी ने सिद्धारमैया पर वोटबैंक के लिए समाज को बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया है। इस बीच अपने-अपने चुनावी कैंपेन में राहुल गांधी और अमित शाह, दोनों ही लिंगायत समाज के मठों का दौरा कर धर्मगुरुओं का आशीर्वाद लेने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

इस बीच अपनी 5 दिवसीय विदेश यात्रा के दूसरे चरण में मंगलवार को ब्रिटेन पहुंचे मोदी का स्वागत करने के लिए वहां के विदेश सचिव बोरिस जॉनसन हवाई अड्डे पर मौजूद थे। ब्रिटेन में पीएम मोदी का काफी व्यस्त कार्यक्रम है। सबसे पहले वह 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर ब्रिटेन की पीएम टरीजा मे से मुलाकात करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी साइंस म्यूजियम में चल रहे ‘5000 ईयर्स ऑफ साइंस ऐंड इनोवेशन’ एक्सिबिशन में पहुंचेंगे। यहां मोदी भारतीय मूल समेत अन्य वैज्ञानिकों से मुलाकात करेंगे।

इस इवेंट के होस्ट प्रिंस चार्ल्स हैं। यहां पीएम मोदी एक नए ‘आयुर्वेदिक सेंटर ऑफ एक्सिलेंस’ को लॉन्च करेंगे। इसके बाद पीएम टेम्स नदी के किनारे एक संक्षिप्त कार्यक्रम में संत बसवेश्वर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।

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