Union Budget 2025: 1 फरवरी 2025 के बजट सत्र को लेकर हर किसी की नजर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर टिकी हुई हैं. आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ससंद में केंद्रीय बजट पेश करेंगी. आपको बता दें वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण का ये आठवां बजट है. जो आज जनता के सामने आने वाला है. इस बजट सत्र में हर कोई अपना-अपना फायदा देखना चाह रहा हैं. ऐसे में मंहगाई को लेकर मीडिल क्लास का ये सोचना है कि उसके लिए ये बजट सत्र राहत भरा होगा या फिर नहीं. हालांकि, बीते शुक्रवार को बजट सत्र के पहले दिन की शुरूआत में ही मां लक्ष्मी की बात सुनकर हर गरीब वर्ग ये अंदाजा लगा बैठै कि शायद उनके हिस्से में 2025 का ये बजट उन्हें राहत भरा एक बड़ा तोहफा दे सकता है.
बजट सत्र को लेकर आज चर्चाओं में निर्मला सीतारमण
निर्मला सीतारमण बजट सत्र को लेकर आज शनिवार को चर्चाओं में बनी हुई है. क्योंकि हर साल की तरह इस साल भी निर्मला सीतारमण संसद में केंद्रीय बजट पेश करने वाली है. निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट को देखते हुए ये आशंका जताई जा रही है कि ये काफी हंगामेदार और राहत भरा भी हो सकता है. आपको बता दें बीते शुक्रवार को बजट सत्र का शुभारंभ हुआ, जहां वित्त मंत्री निर्मला ने आर्थिक सर्वेक्षण को पेश किया।
इस बजट को लेकर सबसे ज्यादा उत्सुक होने वाले आम आदमी है, वजह साफ है मंहगाई की तंगी ने मध्यम वर्ग को इस कदर सता रखा है कि उनके दाल में सिर्फ पानी ही पानी नजर आता है, जिससे ये साफ जाहिर होता है कि मध्यम वर्ग दाल खाता तो है मगर वो सही मायने में दाल नहीं होती है. जिसके चलते हर मध्यम वर्ग ने केंद्र सरकार से यहीं उम्मीद लगाई है उनके लिए ये बजट थोड़ा राहत भरा हो.यहीं कारण है कि निर्मला सीतारमण के हाथों में लाल कलर की बजट पोटली पर ये आम जनता अपनी नजरे गढ़ाए बैठी है.
सरकार के बजट सत्र को लेकर तिलमिला उठे प्रियंका की पति देव
हैरानी की बात तो ये है कि, अभी बजट पूरी तरह से निखर कर लोगों के सामने आया नहीं कि, कांग्रेस को खलबली मचने लगी है. जिसका नतीजा बजट के शुभारंभ के पहले ही दिन देखने को मिला था, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण को लेकर सोनिया गांधी की आपत्तिजनक टिप्पणी ने हर किसी को आक्रोशित कर दिया था. तो वहीं आज यूपी की महासचिव प्रियंका गांधी के पति देव रॉबर्ट वाड्रा ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, इस बजट को लेकर हमें सरकार से बहुत कम उम्मीदें हैं.इतना ही नहीं, इसी के आगे उन्होंने ये भी कहा कि, मैं चाहूंगा कि निर्मला सीतारमण लोगों के बीच रहें, लोगों की बात सुनें और सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और लंबे समय से चल रही महंगाई है जिससे लोग परेशान हैं, उसे हल करे.