इस मंदिर में अपने आप होता है शिवलिंग का जलाभिषेक
हमारे देश में अभी भी कई ऐसे रहस्य हैं जो अब तक अनसुलझे हुए हैं। जिसके रहस्यों को सुलझाने के लिए पुरातत्व विभाग से लेकर देश के बड़े-बड़े वैज्ञानिक लगे हैं। इन रहस्यों से कब पर्दा उठेगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
फिलहाल आप को ऐसे ही एक रहस्य के बारे में बताते हैं। रांची से करीब 70 किलोमीटर दूर रामगढ़ में भगवान भोलेनाथ का एक ऐसा मंदिर है जहां पर मां गंगा स्वंय उनका जलाभिषेक करती हैं। ये जल कहां से आता है ये अब तक किसी को नहीं पता है। इस मनोरम दृश्य को देखने के लिए देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। मंदिर में स्थापित शिवलिंग पर साल के बारह महीने अपने आप जलाभिषेक होता रहता है।
झारखंड के रामगढ़ में स्थित इस मंदिर को टूटी झरना मंदिर के नाम से लोग जानते हैं। साथ ही इस मंदिर के पास ही दो हैंडपंप लगे हुए हैं जिनसे अपने आप पानी निकलता रहता है। जबकि इन नलों में हैंडिल भी नहीं लगाए गए हैं। माना जाता है कि बहुत साल पहले यहां रेलवे लाइन बिछाने के दौरान इस मंदिर के बारे में लोगों को जानकारी मिली थी।
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प्राचीन टूटी झरना मंदिर को लेकर एक पौराणिक कथा भी प्रचलित है। कहा जाता है कि कभी पानी के लिए यहां खुदाई की जा रही थी। इसी दौरान जमीन के अंदर कुछ चीज दिखाई पड़ी। जब पूरी खुदाई की गई तो जमीन के अंदर शिवलिंग नजर आया। साथ ही, मां गंगा की एक प्रतिमा भी मिली और मंदिर में मौजूद शिवलिंग पर जलाभिषेक हो रहा था।
यह आज भी रहस्य बना हुआ है कि आखिर इस पानी का स्त्रोत कहां है? यहां लगाए गए दो हैंडपंप भी रहस्यों से घिरे हुए हैं। खास बात यह है कि भीषण गर्मी में भी इन दोनों हैंडपंप से निकलने वाला पानी कम नहीं होता है। इस मंदिर में शिवलिंग के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं।
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