Mimicry Controversy : संसद में घिनौने काम का साथ दे रहा विपक्ष

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Mimicry Controversy : ”मिमिक्री एक कला है” यह कहना है टीएमसी एक संसद से निलंबित सांसद कल्याण बनर्जी का है. जबकि, उनके द्वारा संसद परिषर में किये गए अभद्र कारनामें का गवाह पूरा देश है. उसके बाद भी न सिर्फ कल्याण बनर्जी बल्कि पूरा का पूरा विपक्ष इस उनके इस घिनौने कारनामें को साफ करता नजर आ रहा है.

इस पूरे विवाद की शुरूआत हुई है संसद से. निलंबित किेए जा रहे सदस्यों के निलंबन से अब तक संसद से कुल 78 सांसदों को निलंबित किया गया है. इनमें 33 सांसद लोकसभा और 45 सांसद राज्य सभा के शामिल है. संसद से निलंबित किए गए सांसदों में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाल, तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय, डीएमके के टीआर बालू, और दयानिधि मारन जैसे बड़े नेता शामिल हैं.

संसद के अंदर शुरू हुआ यह अंदरूनी विवाद

कल्याण बनर्जी द्वारा संसद परिषर में निलंबित सांसदों की भीड़ में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमीक्री के बाद संसद के बाहर और अब न जाने कहां – कहां तक पहुंच चुका है. एक माननीय सांसद होने के नाते इस तरह से देश के उपराष्ट्रपति की मिमीक्री करना अशोभनीय है. इसके चलते इस बात पर सांसद और विपक्ष को इस पर माफी मांगनी चाहिए थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ जबकि विपक्ष इस बात को सही ठहराने का निरंतर प्रयास करता नजर आ रहा है.

विपक्ष ने कल्याण बनर्जी के बचाव में दी ये दलीलें

मिमीक्री विवाद के गु्नहगार मात्र कल्याण बनर्जी ही नहीं बल्कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी ठहराया जा रहा है. क्योंकि, जिस समय सांसद कल्याण बनर्जी संसद परिषर में मिमीक्री का तमाशा कर रहे थे, उस समय राहुल गांधी सामने खड़े इस मिमीक्री का लुफ्त उठाते हुए, इस पूरी मिमीक्री का वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे. वह एक बड़े नेता है और उन्हें यह शोभा नहीं देता है. हालांकि इस बात को लेकर भी विपक्ष के बहाने है तो, आइए जानते है राहुल गांधी और कल्याण बनर्जी के बचाव में क्या बोला विपक्ष ….

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत

इस मामले में विपक्ष के बचाव में उतरी कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट में लिखा है कि, “संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों ने जब सभी नियम-कायदों को तोड़ दिया, तब आप तब चुप रहे. आपने निष्पक्षता का परिचय नहीं दिया. साथ ही संसदीय लोकतंत्र के संरक्षक होने की जगह आपने सक्रिय रूप से इस पर हमला किया. ऐसे में कृपया चुप रहें और बैठ जाएं.”

सांसद प्रियंका चतुर्वेदी

इसके साथ ही शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट ने कहा है कि, “जिस तरह से आज चेयरमैन कह रहे थे कि उनको पीड़ा होती है. संसद की सीढ़ियों पर उनकी नकल की जाती है. पीड़ा हमें भी होती है. राज्य सभा के सदस्य के रूप में जब हमारे चेयरमैन के बारे में हो रहा है तो पीड़ा हमें भी हुई.”

उन्होंने कहा, “लोकतंत्र के मंदिर पर एक बड़ा हमला हुआ है. उस हमले की चर्चा और ज़िम्मेदारी के विषय को दरकिनार किया जा रहा है. गृह मंत्री और प्रधानमंत्री जी का अहंकार लोकतंत्र के मंदिर, लोकतंत्र की जननी से ऊपर बढ़ चुका है. आपने पूरी संसदीय कार्यवाही को मदर ऑफ़ हिप्पोक्रेसी बना डाला है. पीड़ा इस बात की होती है कि जो हमारे सांसद ये मुद्दा उठाते हैं, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है. पीड़ा इस बात की है कि आप पिक एंड चूज़ कर रहे हैं कि किसे निलंबित करना है और किसे विशेषाधिकार समिति के पास भेजना है और किसे सदन में रखना है.”

“पीड़ा इस बात की होती है कि आज हम सिर्फ तीन महिला सांसद पूरा समय ये बोलते रहे कि हमें बोलने का मौका दिया जाए. अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाए. पर चेयरमैन उसे दरकिनार कर देते हैं.पीड़ा इन्ही चीज़ों की है. मैं मानती हूं कि इतनी सारी चीज़ें जहां संसदीय लोकतंत्र के ख़िलाफ़ हैं तो हमारी भी पीड़ा सुनने के लिए चेयरमैन को तैयार रहना चाहिए.”

मिमिक्री करना एक कला है – कल्याण बनर्जी

अपने बचाव में उतरें कल्याण बनर्जी एक बयान में अपने द्वारा किये गयी घिनौनी हरकत पर किसी भी तरह का अफसोस नहीं जताया है. मिमिक्री विवाद पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि मेरा कभी भी किसी को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. पीएम मोदी ने भी 2014-2019 के बीच लोकसभा में मिमिक्री की थी. टीएमएसी सांसद ने कहा कि मिमिक्री करना एक कला है. इसे किसी के अपमान से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.

इन लोगों ने जताई आपत्ति

बीजेपी ने ऑफिशियल एकाउंट से आपत्ति जताते हुए ट्वीट करते हुए लिखा है कि, “अगर देश को लग रहा था कि विपक्षी सांसदों को क्यों निलंबित किया गया था तो ये उसकी एक वजह है. टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने माननीय उप-राष्ट्रपति का मजाक बनाया और इस दौरान राहुल गांधी उनकी हौसला अफ़जाई करते रहे हैं.”

वही किरेण रिजिजू ने भी आपत्ति जताते हुए लिखा है कि, “इंसान किस हद तक गिर सकता है? सांसद हमारे देश के उप-राष्ट्रपति का मजाक उड़ा रहे हैं और राहुल गांधी उन्हें चियर करते हुए इस निंदनीय कृत्य का वीडियो बना रहे हैं.”

बीजेपी ने गिरिराज सिंह ने कहा कि, “जाट और किसान परिवार से आने वाले माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी का जिस तरह राहुल गांधी के निर्देशन में अपमान किया जा रहा है, वह असहनीय है. भारत इसका बदला जरूर लेगा और जिस तरह से वे आज कैमरों का इस्तेमाल कर रहे हैं, कल वे कैमरों से अपना चेहरा छिपाएंगे.”

विपक्षी सांसदों को निशाने पर लेते हुए बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कहा, “विपक्ष किस तरह संसदीय जनतंत्र और संवैधानिक व्यवस्था को तार-तार कर रहा है, ये उसका एक उदाहरण है. संसद परिसर में टीएमसी के नेता कल्याण बनर्जी माननीय उप-राष्ट्रपति जी का मजाक उड़ा रहे हैं. और राहुल गांधी उसे स्वीकार करते उसका वीडियो बना रहे हैं. इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ भी नहीं हो सकता.”

उपराष्ट्रपति ने सांसदों को लगाई फटकार

मिमिक्री वीडियो वायरल होने पर इस वीडियो पर आपत्ति जताते हुए उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को फटकार लगाते हुए कहा कि, गिरावट की कोई हद नहीं है. आपकी पार्टी के एक बड़े नेता एक सांसद के असंसदीय व्यवहार का वीडियो बना रहे थे. वो आपसे भी बहुत बड़े नेता हैं. मैं तो यही कह सकता हूं कि सद्बुद्धि आए. कुछ तो सीमा होती होगी. कुछ जगह तो बख़्शो.”

इसके आगे कहा है कि‘ये बात इसलिए समस्याजनक है क्योंकि सभापति और स्पीकर के पद का एक अलग मतलब होता है. राजनीतिक दलों के बीच टकराव होगा. उनके बीच बयानों की अदला-बदली होगी. लेकिन कल्पना करिए जब कोई नेता चेयरमैन की मिमिक्री कर रहे थे तब आपकी पार्टी के एक शीर्ष नेता उनकी वीडियोग्राफ़ी कर रहे थे. ये कितना हास्यास्पद है? कितना शर्मनाक है? कितना अस्वीकार्य है.’

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क्यों नहीं है कल्याण बनर्जी की मिमिक्री ?

यह बड़ा सवाल है कि, ऐसे हजारों मिमिक्री आर्टिस्ट है जो स्टेज पर खड़े होकर देश की तमाम नामचीन हस्तियों की मिमिक्री करते हैं. ऐसे में लोग उनपर तालियां बजाकर ठहाके लगाते नजर आते हैं. इतना ही नहीं कई बार संसद सत्र के दौरान प्रश्नकाल में खुद पीएम मोदी को मिमिक्री करते देखा गया है . ऐसे कल्याण बनर्जी की मिमिक्री पर बवाल क्यों ?

बेशक मिमिक्री एक कला है, जो आज से नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही है. जिसमें मिमिक्री आर्टिस्ट किसी दूसरे व्यक्ति के चेहरे के भावओं, शारीरिक आदतों, भावनाओं या मनोदशाओं की मौखिक नकल करता है. लेकिन कल्याण बनर्जी द्वारा संसद भवन में बैठक राज्यसभा के सभापति और देश के उपराष्ट्रपति की मिमिक्री करना नकल न होकर अपमान है. चूंकि, वे कोई मिमिक्री आर्टिस्ट नहीं है और मिमिक्री कला तभी मानी जाएगी जब यह बतौर मिमिक्री आर्टिस्ट द्वारा की जाएं.

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