शाह के ‘कुत्ता-बिल्ली’ बयान पर मायावती का पलटवार
भाजपा के 38वें स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह(Amit Shah) के बयान को लेकर विपक्षी पार्टियां भी हमलावर हो गई हैं। बता दें कि अमित शाह ने अपने बयान में कहा था कि मोदी के बाढ़ में नेवला सांप, बिल्ली औऱ कुत्ते एक साथ आ गए हैं। बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने पलटवार करते हुए कहा है कि ऐसी भाषा का इस्तेमाल यह दिखाता है कि मोदी-शाह के नेतृत्व में पार्टी किस निचले स्तर तक पहुंच चुकी है।
स्थापना दिवस के मौके पर शाह ने दिया था बयान
मायावती ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इस तरह की भाषा ही यूपी लोकसभा के उपचुनाव में करारी हार का कारण बनी है। बता दें कि शुक्रवार को पार्टी स्थापना दिवस के मौके पर शाह ने कहा था, ‘पूरा विपक्ष एक साथ आने की बात कर रहा है। जब बाढ़ आती है तो सब वृक्ष खत्म हो जाते हैं और एक वट वृक्ष बचता है। उसमें ही नेवला, सांप, बिल्ली और कुत्ते सब चढ़ जाते हैं। इसी तरह मोदी की बाढ़ में सब साथ आ गए हैं।’
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उपचुनाव हार पर बसपा ने ली चुटकी
अमित शाह के इस बयान की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की है। बीएसपी ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, हालिया यूपी उपचुनावों में सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसी तरह के शब्दों का प्रयोग किया था और जनता ने उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया। परिणामस्वरूप बीजेपी की करारी हार हुई। इस बयान से साफ है कि शाह और मोदी के नेतृत्व में पार्टी बहुत निचले स्तर पर पहुंच गई है।
विपक्षी दलों ने की बयान की निंदा
बसपा के अलावा कांग्रेस सहित अन्य दलों ने भी शाह के इस बयान की निंदा की है। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा राजनीतिक चर्चा को एक निचले स्तर पर ले गई है। सीपीआई और टीएमसी ने भी अमित शाह के बयान को गलत करार दते हुए कहा कि कोई भी सत्तारुढ़ राष्ट्रीय दल के अध्यक्ष से इस तरह के बयान की अपेक्षा नहीं रखता है।