फर्जी मंत्री और विधायक बन करते थे जमीनों पर कब्जा, गिरफ्तार

0

मडिय़ांव थाने की पुलिस ने भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री बताकर लोगों की जमीनों पर कब्जा करने वाले अभियुक्त व उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त जमीन से कब्जा हटाने के एवज में रंगदारी मांगते थे।इंस्पेक्टर मडिय़ांव अमरनाथ वर्मा के मुताबिक पकड़े गए अभियुक्तों में सरगना केशवनगर निवासी विषम पाठक, शाहजहांपुर निवासी संदीप अग्निहोत्री, लखीमपुर निवासी राजाराम, विकास शर्मा व कन्हैया मिश्रा हैं।

जालसाजी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी

इस संबंध में केशवनगर निवासी भाजपा मंडल अध्यक्ष मानसिंह ने मडिय़ांव थाने में विषम व उसके साथियों के खिलाफ जालसाजी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने तहरीर में कहा था कि विषम ने उनके प्लॉट पर कब्जा कर लिया है और खुद को भाजपा विधायक व कैबिनेट मंत्री बताकर रौब गांठ रहा है। मंगलवार को मानसिंह अपने प्लॉट के चारों ओर बाउंड्रीवाल का निर्माण करवा रहे थे। दोपहर करीब बारह बजे विषम अपने दर्जनभर साथियों के साथ असलहों से लैस होकर पहुंचा और मजदूरों, मिस्त्री को मारपीट कर भगा दिया।

Also Read :  8 की उम्र में बुजुर्ग को बेची गई, 16 साल की उम्र तक बनी 4 बच्चों की मां

मौके पर मौजूद मानसिंह के घर की महिलाओं ने विरोध किया, जिसपर आरोपितों ने उनसे भी बदसुलूकी की। मानसिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर वह घर पहुंचे और विरोध किया, जिसपर विषम व उसकेसाथियों ने उनसे भी मारपीट शुरू कर दी। मानसिंह के मुताबिक विषम उनके प्लॉट पर कब्जा करना चाहता है। वह मोहल्लों में खाली पड़े प्लॉटों पर कब्जा करता रहता है, खाली करने के लिए प्लॉट मालिकों से रंगदारी मांगता है।

पुलिस पकडऩे पहुंची तो मौके पर उसकी भिड़ंत हो गई

मानसिंह का आरोप है कि विषम मडिय़ांव में अग्रसेननगर स्थित शमशान घाट की जमीन पर कब्जा कर सबमर्सिबल पंप लगाकर टैंकरों से रोजाना लाखों लीटर पानी की सप्लाई करता है। इस काले कारोबार से उसे मोटी धनराशि मिलती है। इसके अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में भी उसने पानी का अवैध कारोबार कर रखा है।विषम पाठक को जब मडिय़ांव पुलिस पकडऩे पहुंची तो मौके पर उसकी भिड़ंत हो गई।

…लेकिन इंस्पेक्टर ने उनकी एक न सुनी

उसने एक सिपाही का हाथ पकड़कर उसे मारने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस के सामने उसकी एक न चली। उसके बंद होने की सूचना पाकर उसके साथी मडिय़ांव थाने पहुंचे, जहां उनकी पुलिस से नोकझोंक हुई और विषम को छोडऩे का भी दबाव बनाया, लेकिन इंस्पेक्टर ने उनकी एक न सुनी। पुलिस ने इस दौरान हंगामा कर रहे आरोपितों की पिटाई भी की।

दैनिक जागरण

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More