जानिए, खेल के मैदान से राजनीति के रण में आये खिलाड़ियों की चुनावी पारी
राजनीति में गैर राजनीतिक शख्सियतों की दिलचस्पी हमेशा देखने को मिलती है, चाहे वो अभिनता हों, कोई प्रशासनिक अधिकारी, जज, पुलिस अफसर या फिर कोई खिलाड़ी… अगर सिर्फ खिलाड़ियों की ही बात करें तो उनका राजनीति से गहरा नाता है। लेकिन खेल के मैदान पर अपनी हार जीत खुद तय करने वालें इन्हीं खिलाड़ियों की राजनीति में हार जीत जनता ने तय की।
खेल के मैदान से राजनीति के रण में आये किन खिलाड़ियों के सितारे चमके और किन्हें राजनीति में शिकस्त मिली, उनकी सूची यहाँ है…
वो खिलाड़ी, जो राजनीति में है सक्रीय:
वर्तमान में राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बीजेपी से कांग्रेस में आए पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद, पूर्व फुटबाल कप्तान प्रसून बनर्जी (तृणमूल कांग्रेस) और राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज के नारायण सिंह देव (बीजेडी) लोकसभा के सदस्य हैं। डबल ट्रैप निशानेबाज राठौड़ 2017 में देश के पहले ऐसे खेलमंत्री बने जो खिलाड़ी रहे हैं। वह सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी हैं।
इन खिलाड़ियों को मिली थी 2014 चुनावों में शिकस्त:
15वीं लोकसभा में आजाद और नारायण सिंह देव के अलावा पूर्व क्रिकेट कप्तान अजहरूद्दीन (कांग्रेस) और नवजोत सिंह सिद्धू भी सदस्य थे। अजहर 2014 में भी मुरादाबाद से चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए। दूसरी ओर सिद्धू 2014 में लोकसभा का टिकट नहीं मिलने के बाद राज्यसभा के सदस्य थे लेकिन अब बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आ गए।
ये भी पढ़ें: SC ने BCCI में क्रिकेट प्रशासन विवाद हल के लिए नरसिम्हा को बनाया मध्यस्थ
वो खिलाड़ी जिन्हें जनता ने नेता के तौर पर नकारा:
-मशहूर फुटबालर बाईचुंग भूटिया 2014 में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार थे लेकिन हार गए।
-पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ 2009 में कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश के फूलपुर से चुनाव लड़े लेकिन हार गए।
-पूर्व राष्ट्रीय तैराकी चैम्पियन और अभिनेत्री नफीसा अली 2004 में कांग्रेस और 2009 में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार रही, लेकिन दोनों बार हार गई।
राजनीति में जिन्होंने हासिल की जीत:
-साल 2004 के लोकसभा चुनाव में एथलीट ज्योर्तिमय सिकदर पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से चुनाव जीती थी।
-क्रिकेटर चेतन चौहान 1991 और 1998 में अमरोहा से चुनाव जीते।
-पूर्व हाकी कप्तान असलम शेर खान 1984 में लोकसभा सदस्य थे और 1991 में भी जीते लेकिन उसके बाद चार चुनाव हार गए।
-पूर्व हाकी कप्तान दिलीप टिर्की ओडिशा से राज्यसभा सदस्य थे।
-छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मेरीकोम भी राज्यसभा सदस्य रही।
इनकी राजनीति में एंट्री की संभावना:
ऐसी अटकलें हैं कि पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर इस चुनाव में अपनी राजनीतिक पारी का आगाज कर सकते हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं)