China New Electric Cars: चीन की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी BYD ने दावा किया है कि उसकी नई इलेक्ट्रिक कारें मात्र 5 मिनट में चार्ज हो सकती हैं, जो पारंपरिक पेट्रोल कारों के टैंक भरने जितना तेज़ है. वहीं अगर हम टेस्ला की बात करें तो उसने अपनी इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज करने के लिए सुपर चार्जर्स बनाए हैं लेकिन वे भी कम से कम 15-20 मिनट का समय लेते हैं. अब चीन की इलेक्ट्रिक कार इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है.
1 मेगावॉट फ्लैश चार्जर से मिलेगी नई रफ्तार
BYD ने अपनी 1 मेगावॉट फ्लैश चार्जिंग तकनीक पेश की है, जिससे इलेक्ट्रिक कारों को 5 से 8 मिनट में चार्ज किया जा सकता है. कंपनी ने चीन में 4,000 नए चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना बनाई है, जिससे चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाएगा.
EV के प्रति उपभोक्ताओं की झिझक का एक मुख्य कारण लंबा चार्जिंग समय और चार्जिंग स्टेशनों की कमी है. दूसरी ओर BYD का कहना है कि उसकी नई तकनीक से 5 मिनट में चार्ज होने पर ये कारें 250 मील (लगभग 400 किमी) तक का सफर कर सकेंगी.
BYD के संस्थापक वांग चुआनफू ने कहा, “हमारा लक्ष्य इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग को पेट्रोल वाहनों के ईंधन भरने जितना तेज बनाना है, ताकि उपभोक्ताओं की चार्जिंग को लेकर चिंता खत्म हो सके.”
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शेयर बाजार में उछाल, टेस्ला को झटका
BYD के नई इलेक्ट्रिक कार का ऐलान के बाद कंपनी के शेयर 6% की बढ़त के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए और कंपनी का कुल बाजार मूल्य 162 बिलियन डॉलर हो गया. दूसरी ओर, टेस्ला के शेयरों में 4.8% की गिरावट दर्ज की गई.
BYD और टेस्ला की बिक्री में टक्कर
वर्ष 2024 में BYD ने 1,777,965 बैटरी चालित EVs का उत्पादन किया, जबकि टेस्ला का उत्पादन 1,773,443 वाहनों का रहा. यह आंकड़ा दर्शाता है कि BYD अब टेस्ला को पीछे छोड़ने की कगार पर है.
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एलन मस्क की राजनीतिक भूमिका का टेस्ला पर असर
गौरतलब है कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की राजनीतिक गतिविधियों से कंपनी की छवि पर असर पड़ा है. मस्क अब ट्रंप प्रशासन में “डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी” (DOGE) के प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं. इस दौरान हजारों सरकारी कर्मचारियों की छंटनी की गई, जिससे कई एजेंसियों में उथल-पुथल मची हुई है.
अमेरिकी व्यापार नीति से टेस्ला चिंतित
बता दें कि टेस्ला के अधिकारियों ने हाल ही में एक पत्र में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि को आगाह किया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विदेश व्यापार नीति अमेरिकी EV निर्माताओं के लिए हानिकारक साबित हो सकती है. टेस्ला ने चिंता जताई कि यदि अमेरिका के खिलाफ प्रतिशोधी टैरिफ लगाए जाते हैं, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में उसकी बिक्री प्रभावित हो सकती है.