ऐसे रखें अपने दिल का खास ख्याल
अगर दिल की बिमारियों से दूर रहना चाहते हैं तो खूब मूंगफली खाएं। मूंगफली से हमारे शरीर को प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा मिलती है। यह कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करता है। आयुर्वेद में मूंगफली के तेल का प्रयोग कई दवाओं को बनाने में किया जाता है।
मूंगफली सस्ती होती है और स्वास्थ्यकर भी
मूंगफली को सस्ता बादाम कहा जाता है। इसमें भी लगभग सारे पोषक तत्व वही होते हैं जो बादाम में पाए जाते हैं। बादाम महंगा होता है जबकि मूंगफली सस्ती होती है और स्वास्थ्यकर भी। सर्दियों के दिनों में इसकी खूब मांग होती है। मूंगफली प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत होती है। सौ ग्राम कच्ची मूंगफली में एक लीटर दूध के बराबर प्रोटीन पाया जाता है। मूंगफली को भूनकर खाने पर जितनी मात्रा में खनिज मिलता है, उतना 250 ग्राम मीट में भी नहीं मिलता।
मूंगफली में पॉलीफिनॉलिक नाम का एंटी-ऑक्सिडेंट पाया जाता है
सिर्फ फल ही नहीं मूंगफली का तेल भी कई तरह से हमें फायदा पहुंचाता है। शरीर की त्वचा पर मौजूद कीटाणुओं को खत्म करने में इसका तेल हमारी मदद करता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि पोषक तत्वों का खजाना मूंगफली को खाने से कौन-कौन सी बीमारियां दूर हो जाती हैं। मूंगफली में पॉलीफिनॉलिक नाम का एंटी-ऑक्सिडेंट पाया जाता है।
कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करने का काम करता है
यह पेट के कैंसर को कम करने की क्षमता रखता है। 2 चम्मच मूंगफली के मक्खन का सप्ताह में एक बार सेवन करने से महिलाओं और पुरुषों दोनों में पेट के कैंसर का खतरा कम होता है।सप्ताह में पांच दिन मूंगफली का सेवन किया जाए तो इससे दिल की बीमारियों की आशंका कम हो जाती है। इसके अलावा यह कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करने का काम करता है।
हार्मोन्स का संतुलन बेहद जरूरी है
मूंगफली में फोलिक एसिड होता है। यह गर्भावस्था के दौरान भ्रूण में न्यूरल ट्यूब के दोष को कम करता है। साथ ही साथ यह महिलाओं में प्रजनन शक्ति को भी बेहतर बनाने में मदद करता है।शरीर की विभिन्न प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए हार्मोन्स का संतुलन बेहद जरूरी है।
हड्डियों के लिए एक बेहरीन और सस्ता इलाज है
रोजाना मूंगफली का सेवन पुरुषों और महिलाओं दोनों में हार्मोन्स का संतुलन बनाए रखता है।यह गर्भावस्था के दौरान भ्रूण में न्यूरल ट्यूब के दोष को कम करता हैमूंगफली के सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है। इसका कारण है, इसमें मौजूद कैल्शियम और विटामिन 1डी की मात्रा। यह हड्डियों के लिए एक बेहरीन और सस्ता इलाज है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)