हार्दिक की कांग्रेस के साथ बैठक..दे सकते है हाथ का साथ!

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आज गुजरात चुनाव में लिए बड़ा दिन साबित हो सकता है। क्योंकि आज हार्दिक पटेल तय करेंगे की वो हाथ साथ देंगे या नहीं। हालांकि हार्दिक पटेल कांग्रेस को सर्मथन करेगें की नहीं इसकी घोषणा कल करेंगे। हार्दिक का ये एलान भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनो के लिए ही बड़ी खबर साबित हो सकती है।

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लेकिन नतीजा सिफर ही रहा है

इससे पहले आज पाटीदार आरक्षण समिति के 11 सद्स्य कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के साथ बैठक करेंगे।आपको बता दें कि इससे पहले भी आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस और हार्दिक के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन नतीजा सिफर ही रहा है।

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कांग्रेस के पिछलग्गू क्यों बने हुए हैं?

आज पाटीदार नेताओं और कांग्रेस की बैठक दोपहर 2.30 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में होगी। रविवार को गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने हार्दिक पटेल से अपना स्टैंड क्लीयर करने को कहा था। विजय रुपाणी ने हार्दिक पटले से कहा था कि वो जनता को बताएं कि कांग्रेस के पिछलग्गू क्यों बने हुए हैं?पाटीदार नेताओं और कांग्रेस की मुलाकात राहुल गांधी की नवसर्जन यात्रा से ठीक तीन दिन पहले तय की गई है।

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27 फीसदी आरक्षण ओबीसी कोटे का है

गुजरात में पाटीदारों को साथ लाना कांग्रेस के लिए मजबूरी बन गया है। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान पर भी दवाब है।आरक्षण को लेकर कानूनी दांव पेच कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने लिमिट तय की है कि आऱक्षण 50 फीसदी से ज्यादा नहीं हो सकता है। गुजरात में पहले से 49 फीसदी आरक्षण है जिसमें 27 फीसदी आरक्षण ओबीसी कोटे का है।

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4 महीने बाद ही गुजरात हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया था

इसलिए कांग्रेस राज्य में 20 % का एक और कोटा बनाने की बात कर रही है जो आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों यानी ईबीसी को दिया जाएगा। पाटीदारों को इसी 20% में से आरक्षण देने का वादा भी किया जा रहा है जो कि हार्दिक को नामंजूर है। क्योंकि गुजरात की बीजेपी सरकार ने पिछले साल अप्रैल ईबीसी को नौकरियों और एडमिशन में 10 फीसदी आरक्षण दिया था, जिसे 4 महीने बाद ही गुजरात हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया था।

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