डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को दिया झटका, कहा अब ऐसा नहीं चलेगा

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चुनाव के वक्त भारत से दोस्ती का ढाढ़स दिखाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हिंदुस्तान को सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाला देश बताया है। डोनाल्ड ट्रंप ने जल्द ही एकतरफा पेरिस जलवायु समझौते पर बड़े फैसले का वादा करते हुए आरोप लगाया कि अमेरिका से धन देने के लिए कहकर उसे अनुचित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।

जबकि रूस, चीन और भारत जैसे प्रदूषण करने वाले बड़े देश कुछ भी योगदान नहीं दे रहे हैं। चुनाव को उनके पक्ष में लाने में अहम भूमिका निभाने वाले राज्य पेनसिल्वानिया में प्रचार अभियान जैसी रैली में ट्रंप ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौता एकतरफा है और वह इसमें जल्द बदलाव लाएंगे।

बता दें हाल ही में एच-1बी वीजा बंद कर भारतीयों की नौकरियां खतरे में डालने वाले अमेकिरी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर एक बार फिर बड़ा हमला बोला है। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर पेरिस समझौते को लेकर भारत पर बड़ा हमला बोला है। अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने का जश्न मना रहे ट्रंप ने एक रैली में कहा कि पेरिस समझौते के तहत अमेरिका खरबों डॉलर खर्च कर रहा है। जबकि इसको लेकर भारत, चीन, रूस का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। जो सबसे ज्यादा प्रदूषण फैसा रहे हैं।

ट्रंप ने कहा कि भारत और चीन सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं जबकि उनसे कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। ट्रंप ने कड़े शब्दों में कहा कि मैं आने वाले हफ्ते इस पर कड़ा फैसला लूंगा। हम इस समझौते के तहत इतना खर्चा कर रहे हैं जबकि भारत और चीन से हमें कोई भी सहयोग, योगदान नहीं मिल रहा है। इस अंतर्राष्ट्रीय एनविरोमेंट समझौते को ट्रंप ने एकतरफा डील बताया।

इस समझौते पर 2015 में 194 देशों ने  हस्ताक्षर किए और 143 ने इसमें अपना सहयोग देने का वादा किया था। समझौते का मकसद दुनिया के बढ़ते औसत जलवायु तामपान को दो डिग्री तक नीचे लाना था। दुनिया भर में रहे रहे जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे को लेकर दुनिया भर के देशों ने चिंता जताई थी। पिघलते ग्लैश्यिर और बढ़ते जलवायु खतरे को लेकर पुरी दुनिया के देशों ने 2015 में हुई पेरिस क्लाइमेंट चेंज कांफ्रेंस में शामिल हुए थे और जलवायु परिवर्तन के खतरों को रोकने का संकल्प लिया था।

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