वाराणसी मे डेंगू का कोहराम- प्रशासन अब एक्शन मोड में…

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वाराणसी में डेंगू मलेरिया मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है ऐसे में आम लोगों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के सामने भी मरीज को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने की बड़ी जिम्मेदारी है. बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए वाराणसी स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी में 60 से अधिक डेंगू मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई है जिसमें ज्यादातर शहरी क्षेत्र से हैं. इसके अलावा वाराणसी के कई चिकित्सा केंद्र पर प्लेटलेट्स को लेकर भी मरीज के परिजन काफी परेशान दिखाई दे रहे हैं जिसको देखते हुए चिकित्सा विभाग ने स्पष्ट दिशा निर्देश दिया है कि 20 हज़ार से कम प्लेटलेट्स होने पर ही मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाए जाए.

” डेंगू जांच की सूचना पोर्टल पर “

 

 

वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि यूपीएसपी पोर्टल पर सभी निजी व सरकारी अस्पताल और जांच केंद्र पंजीकृत हैं जिसकी मदद से डेंगू जांच ( रिपाइड किट व एलिसा ) की सूचना पोर्टल पर दी जा रही है. इसके साथ ही रैपिड किट को कंफर्म करने हेतु दो सेंटिनल लैब आईएमएस, BHU माइक्रोबायोलॉजी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय है जहां वर्तमान में 67 डेंगू के मरीज पुष्टि किए गए हैं. इसमें अधिकांश वाराणसी के शहरी क्षेत्र के निवासी हैं.

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” अस्पतालों में बेड रिजर्व “

चिकित्सकों द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान करने के लिए और 20 हज़ार से कम प्लेटलेट्स होने पर ही प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए अपील की जा रही है. वहीं डेंगू मरीजों के इलाज के लिए वाराणसी के अस्पतालों में निर्धारित संख्या में बेड को भी रिजर्व किया गया है. CMO कार्यालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी के दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में 100 बेड, रामनगर के लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय में 50 बेड, शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय में 50 बेड व समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 72 बेड की सुविधा डेंगू मरीजों को दिया जाना तय किया गया है.

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