विधायक गिरफ्तार, अब केजरीवाल पर गिर सकती है गाज
दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश की शिकायत पर दर्ज एफआईआर की जांच की आंच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तक भी पहुंच सकती है। पुलिस अफसर भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं। इस बीच सीएम के सलाहकार को भी हिरासत में ले लिया गया है।पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामले में दर्ज धारा-120 बी और 34 आईपीसी का मतलब आपराधिक साजिश और समान नीयत है।
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ऐसे में कानून कहता है कि घटना के वक्त घटनास्थल पर जो भी शख्स मौजूद होंगे, उन सभी से जरूरत पड़ने पर पुलिस पूछताछ कर सकती है, फिर चाहे मुख्यमंत्री ही क्यों ना मौजूद हों। सूत्रों का कहना है कि पुलिस सभी के मोबाइल फोन की डिटेल भी खंगाल सकती है। इससे यह पता लगाया जा सकेगा कि घटना से पहले आपस में सभी ने कोई साजिश तो नहीं रची थी? हालांकि एक पुलिस अधिकारी ने ऑफ द रिकॉर्ड यह भी कहा कि इसकी जरूरत पड़ने के चांस कम ही हैं, लेकिन कानूनन जांच अधिकारी हर शख्स से पूछताछ कर सकता है, जो घटनास्थल पर मौजूद था।
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बहरहाल, मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री और विधायकों से मामला जुड़े होने पर पुलिस को फूंक-फूंककर कदम रखना होगा लेकिन जरूरत पड़ने पर एक दिन के नोटिस पर किसी को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। पुलिस सूत्रों ने इस मामले में बताया है कि घटनास्थल पर मौजूद हर शख्स से क्रॉस पूछताछ भी की जा सकती है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि सभी के बयान आपस में मेल खाते हैं या फिर नहीं। बयान में मेल नहीं खाने पर आरोपियों की समस्या बढ़ सकती है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि चीफ सेक्रेटरी मामले में दर्ज एफआईआर में कुछ धाराएं ऐसी हैं, जो जमानती नहीं हैं। ऐसे में अगर इस मामले में किसी आरोपी विधायक की गिरफ्तारी होती है तो उन्हें कोर्ट से ही जमानत मिल सकेगी। हालांकि अधिकतर धाराएं जमानती हैं।
कहीं साजिश तो नहीं?
पुलिस का कहना है कि घटनास्थल पर अगर सीसीटीवी कैमरा है तो उसकी फुटेज को कब्जे में लेकर जांच की जाएगी, ताकि सचाई के करीब जाया जा सके। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस बात की भी जांच हो सकती है कि आखिर कौन सी इमर्जेंसी आ गई थी जो रात 12 बजे चीफ सेक्रेटरी को बुलाया गया। कहीं यह चीफ सेक्रेटरी पर हमला करने की सोची-समझी साजिश तो नहीं थी? चीफ सेक्रेटरी ने एफआईआर में कहा भी है कि उन्होंने रात 12 बजे के बजाय अगले दिन मीटिंग करने की गुजारिश की थी, लेकिन उनके अनुरोध को नहीं सुना गया और देर रात में ही सीएम आवास आने के लिए कहा गया।
NBT
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