CPAC 2025: अमेरिका में आयोजित कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC 2025) में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने वामपंथी विचारधारा पर तीखा प्रहार किया. वीडियो लिंक के जरिए संबोधन में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई जैसे दक्षिणपंथी नेताओं की सराहना करते हुए कहा कि ये नेता वामपंथी पाखंड और प्रोपेगेंडा के खिलाफ मजबूती से खड़ें हैं.
दक्षिणपंथी नेताओं की सराहना
मेलोनी ने कहा, “जब ट्रंप, मोदी या मिलेई जैसे नेता बोलते हैं, तो उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा बताया जाता है. लेकिन वास्तव में, ये नेता अपने-अपने देशों के राष्ट्रीय हितों और सीमाओं की सुरक्षा की वकालत करते हैं.” उनके इस बयान को वैश्विक राजनीति में दक्षिणपंथ और वामपंथ के बीच बढ़ते टकराव के संदर्भ में देखा जा रहा है.
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यूरोप के इस्लामीकरण पर चेतावनी
इटली की प्रधानमंत्री ने यूरोप में बढ़ते इस्लामीकरण को साझा सभ्यता के लिए खतरा बताया. उन्होंने कहा कि यूरोप को अपनी पहचान बचाने के लिए सतर्क रहना होगा. इस दौरान उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि यूरोप के लिए सबसे बड़ा खतरा “अंदर से” है.
डोनाल्ड ट्रंप की वापसी पर वामपंथियों की बेचैनी
मेलोनी ने डोनाल्ड ट्रंप को एक “मजबूत नेता” करार दिया. कहा कि उनकी सत्ता में वापसी को लेकर वामपंथी खेमे में बेचैनी बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि दक्षिणपंथी नेता न केवल अपने देशों के विकास के लिए काम कर रहे हैं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नई दिशा दिखा रहे हैं.
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क्या है कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC)?
कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC) अमेरिका में आयोजित होने वाला वार्षिक सम्मेलन है, जो दक्षिणपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने और इसके समर्थकों को मंच प्रदान करने के लिए जाना जाता है. इसकी शुरुआत 1974 में हुई थी और इसका आयोजन अमेरिकन कंजर्वेटिव यूनियन (ACU) करती है. इस वर्ष के सम्मेलन में दुनिया भर के कई प्रमुख दक्षिणपंथी नेताओं के विचारों की गूंज सुनाई दी.