Covid Variant JN1: फिर भयावह रूप ले सकता है कोरोना, संक्रमित हो रहे मरीज

अपने नए वेरिएंट जेएन 1 के साथ लौटी है यह महामारी

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Covid Variant JN1: कोरोना की जद से निकल देश ने सुकून की सांस भरनी शुरू ही की थी कि, एक बार फिर देश के कई सारे इलाकों में कोरोना अपने पांव पसारने लगा है. वहीं चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार कोरोना अपने नए वेरिएंट जेएन 1 के साथ वापस आया है. हाल ही में केरल में मिले संक्रमित मरीजों में यही वेरिएंट पाया गया है. कोविड के इस वेरिएंट के सामने आने के बाद विशेषज्ञों ने लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है. विशेषज्ञों के अनुसार, कोविड का नया वेरिएंट जेएन 1 भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका में भी तेजी से फैल रहा है. यह वेरिएंट पहले के सभी वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक हो सकता है. साथ ही यह कितनी तेजी से फैल सकता है या इससे बचाव किस प्रकार किया जा सकता है विशेषज्ञों ने इसकी जानकारी दी है.

4 घंटे में 358 नए केस दर्ज, तीन की मौत

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को पिछले 24 घंटे में 358 नए केस दर्ज किए हैं. कोरोनावायरस के सब वैरिएंट JN.1 की वजह से मरीजों की संख्या बढ़ी है. देश में 2,669 मरीज अभी भी हैं. JN.1 का पहला मरीज केरल में मिला. सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, केरल में 24 घंटे में तीन मरीज मर गए हैं. 5,33,327 लोगों की मौत हो गई है. हाल ही में केरल, कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में अधिक मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, ठीक होने वाले व्यक्तियों की संख्या 4,44,70,576 है. देश का रिकवरी रेट 98.81% है. वहीं देश में कोविड-19 के कुल मरीज 4,50,000,336 हो गए हैं.

जाने क्या है Covid Variant JN1?

जेएन1 कोविड वायरस 2022 में वैश्विक कोविड प्रसार के लिए जिम्मेदार ओमिक्रोन वेरिएंट का सब-वेरिएंट हैं. इसकी प्रसार क्षमता ओमिक्रोन से अधिक है. डॉक्टरों के मुताबिक यह वेरिएंट भी उतना ही प्रभावित कर सकता है जितना कि ओमिक्रोन वेरिएंट ने किया था. कोविड से बचाव के लिए जिस वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाता है उस वैक्सीन से ही इसका भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

कितना खतरनाक है Covid Variant JN1 ?

डॉक्टरों ने कहा कि वर्तमान अध्ययन के अनुसार JN.1 ओमिक्रॉन के बराबर संक्रामक है. यह उसकी तरह ही तेजी से फैलेगा. यही कारण है कि, यह एक चिंता का विषय बन गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसे एक “वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट” बताया है. इस नए सब-वेरिएंट से बचने के उपाय बरतनी जरूरी है.

उपचार प्रभावी हैं, संक्रमण हल्का है –

विशेषज्ञ तीन राज्यों में मिले नए उप-स्वरूप के मामले आने के साथ कोविड-19 संक्रमण के 614 नए मामले सामने आए हैं जो 21 मई के बाद एक दिन में आने वाले सर्वाधिक मामले हैं. नए स्वरूप को लेकर कोविड के फिर से चर्चा जोरों पर शुरू हो गयी है, ऐसे में लोग एक बार फिर दहशत में आ गए है. लेकिन इसको लेकर विशेषज्ञों ने जागरूक करते हुए कहा है कि, घबराने की कोई जरूरत नहीं है – उपलब्ध उपचार प्रभावी है, संक्रमण हल्का है और सभी वायरस में समय के साथ बदलाव होता रहता है.

नया वेरिएंट जेएन 1 के लक्षण

दस्त,
बुखार
थकान,
खांसना,
सिरदर्द,
नाक बंद,
बहती नाक

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नया वेरिएंट जेएन 1 से इस तरह करें बचाव

कोरोना वायरस के नवीनतम सब-वेरिएंट JN.1 का इलाज बताते हुए डॉक्टरों ने कहा कि, अभी इसे लेकर यह कहना मुश्किल है कि इसका इलाज क्या होगा और एंटीवायरल क्या प्रयोग किए जाएंगे. लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर आप इससे बच सकते हैं. आप इससे बचने के कुछ तरीके अपना सकते है…

  • भीड़-भाड़ वाली, बंद या कम हवादार इलाकों में जाने पर मास्क पहनकर रखें और जितना संभव हो सके लोगों से दूरी बनाएं.
  • खांसते व छींकते समय मुंह को ढकें.
  • अपने हाथ को साबुन और साफ पानी से साफ करने के साथ ही हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
  • यदि आप किसी गंभीर बीमारी के हाई रिस्क में हैं, तो कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा की वैक्सीन जरूर लें.
  • यदि आप बीमार हैं, तो अपने आप को आइसोलेट कर घर पर रहें.
  • यदि आप किसी कोविड-19 या इन्फ्लूएंजा से पीड़ित व्यक्ति से संपर्क में आए हैं, तो अपनी परीक्षा तुरंत करवाएं.
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