कोरोना वायरस के चलते चौपट हुआ कालीन कारोबार, करोड़ों का नुकसान
जो पुराने आर्डर विदेशी खरीददार ने कराई है वो उन तक ऑर्डर पहुंच नहीं पा रहा हैं, सेलिंग ना होने से करोड़ो रूपये निर्यातकों के फंस गए हैं
कोरोना वायरस ने भदोही के कालीन कारोबार पर काफी गहरा असर डाला है। कई इंटरनेशनल, नेशनल फेयर कैंसिल हो जाने से 600 करोड़ के लगभग का नुकसान कालीन के कारोबार पर हुआ है। ऐसे में कालीन निर्यातकों के लिए एक बड़ी समस्या खड़ी हो गयी हैं। जो पुराने आर्डर विदेशी खरीददार ने कराई है वो उन तक ऑर्डर पहुंच नहीं पा रहा हैं, सेलिंग ना होने से करोड़ो रूपये निर्यातकों के फंस गए हैं।
कालीन का कारोबार भदोही की नींव मानी जाती है, इस कारोबार से सैकड़ो घरों का चूल्हा जलता है। ऐसे में कोरोना वायरस से आई मंडी ने कई घरों के चूल्हे पर भी असर डाल दिया है।
कालीन निर्यातक बताते है कि कोरोना वायरस के चलते कई इंटरनेशनल फ्लाइट कैंसिल हो गयी है जिससे खरीददार भदोही आ नहीं पा रहे है।
आ सकती है रोजगार की समस्या-
ऐसे में लगभग 200 करोड़ के पुराने आर्डर खरीददार तक पहुंच नहीं पाए है। नेशनल, इंटरनेशनल कारपेट फेयर कैंसिल हो जाने से लगभग 400 करोड़ के नए आर्डर नहीं मिल पाए है, जिससे लगभग 600 करोड़ का नुकसान कालीन कारोबार पर हुआ है।
वहीं निर्यातकों की मानें तो नए काम नहीं मिलने से कहीं न कहीं उन बुनकरों पर असर पड़ेगा जो रोजाना मिले रुपयों से घर चलाते है। ऐसी ही स्थिति रही तो कालीन के क्षेत्र में बुनकरों के लिए रोजगार की समस्या आ सकती है।
फिलहाल कोरोना वायरस को लेकर निर्यातक भी सावधानी रख रहे है, जहां बुनकर काम कर रहे है वहां साफ सफाई की व्यवस्थाओं पर ध्यान दे रहे हैं। साथ ही उनसे अपील कर रहे है कि बुनकर अपने घरों में भी साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
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