आतंकी का शव ले जाओ पाकिस्तान…
जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग से संपर्क कर उनसे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के कमांडर अबु दुजाना के शव को ले जाने को कहा है। सुरक्षा बलों ने मंगलवार को मुठभेड़ में अबु दुजाना को मार गिराया था।
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कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुनीर खान ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि पाकिस्तान उच्चायोग से दुजाना के शव को कब्जे में लेने को कहा गया है। दुजाना पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बाल्टीस्तान इलाके का रहने वाला था।
कौन था दुजाना
कश्मीर घाटी में लश्कर-ए-तैयबा का प्रादेशिक कमांडर था। सेना की हिट लिस्ट में में भी था अबु दुजाना।
आबू पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान का रहने वाला था। वह 2015 में उधमपुर हमले में शामिल हुआ था। 2016 के पंपोर हमले का भी मास्टरमाइंड था। इतना ही नहीं 6 बार सुरक्षा बलों को चकमा दे चुका था। साथ ही दुजाना के सिर पर लाखों का इनाम था।
पाकिस्तान उच्चायोग से साधा गया संपर्क
आईजीपी के मुताबिक, “यदि वे शव नहीं ले जाते हैं तो हम उसकी उचित प्रकार से अंत्येष्टि कर देंगे।” प्रशासन की इच्छा है कि दुजाना के परिजन उसकी अंत्येष्टि से पहले आखिरी बार अपने बेटे को देख पाएं और इसी मंशा से पाकिस्तान उच्चायोग से संपर्क साधा गया।
स्थानीय नागरिकों को सौंपने से मना …
पुलिस ने दुजाना के शव की अंत्येष्टि के लिए उसे स्थानीय नागरिकों को सौंपने से मना कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “शव को उन स्थानीय नागरिकों को सौंपने का कोई मतलब नहीं हैं, जो घाटी का नहीं है।”
पैतृक गांव लालिहार गांव में दफनाया
इस बीच मंगलवार को हाकरीपोरा गांव में मुठभेड़ में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आरिफ लालिहारी की अंत्येष्टि में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए।आरिफ को मंगलवार शाम को पुलवामा जिले में उसके पैतृक गांव लालिहार गांव में दफना दिया गया।
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